Azam Khan Hate Speech: बड़बोलेपन व भद्दी टिप्पणियों ने हिलाया आजम खां का किला, डीएम से कहा था जूते साफ कराऊंगा
Azam Khan News आजम खां रामपुर शहर से 10 बार विधायक बन चुके हैं। वह सपा का मुस्लिम चेहरा होने के साथ ही फायर ब्रांड नेता रहे हैं। भद्दी टिप्पणी करने के कारण ही अधिकारी भी उनके सामने बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे।
By Mohd MuslemeenEdited By: Umesh TiwariUpdated: Thu, 27 Oct 2022 10:55 PM (IST)
UP News: रामपुर [मुस्लेमीन]। सपा सरकार में फायर ब्रांड नेता के रूप में पहचान बनाने वाले आजम खां को उनकी बड़बोलेपन और भद्दी टिप्पणियों ने संकट में डाल दिया है। सपा सरकार में तो अधिकारियों को सरेआम बेइज्जत करना आम था, विपक्ष में रहकर भी वह अफसरों को निशाना बनाते रहे। वर्ष 2019 में संसदीय चुनाव के दौरान भी उन्होंने तत्कालीन डीएम के बारे में यहां तक कह दिया कि जूते साफ कराऊंगा। यहीं कारण है कि अब सजा के बाद उनकी विधायकी पर खतरा मडरा रहा है।
बोलने की हिम्मत नहीं करते अफसर
आजम खां रामपुर शहर से 10 बार विधायक बन चुके हैं। वह सपा का मुस्लिम चेहरा होने के साथ ही फायर ब्रांड नेता रहे हैं। भद्दी टिप्पणी करने के कारण ही अधिकारी भी उनके सामने बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। आन्जनेय सिंह वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान रामपुर में जिलाधिकारी थे। आजम जिलाधिकारी के बारे में भी अमर्यादित टिप्पणी कर रहे थे। आजम खां अपशब्द बोलते गए और डीएम मुकदमे दर्ज कराते गए।
कलक्टर पलट्टर से मत डरियो, तनखैया है
गुरुवार को जिस मुकदमे में सजा हुई, उसकी एफआइआर में ही लिखा है कि कलक्टर अंधा हो गया है। एक जनसभा में तो यह भी कह दिया था कि कलक्टर पलट्टर से मत डरियो, तनखैया है, इस बार मायावती जी से गठबंधन है और वह बड़े-बड़े अफसरों से जूते साफ कराती हैं, इनसे भी जूते साफ कराएंगे। उनके इस बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हुआ था। इस मामले में भी प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया था। मामला अदालत में विचाराधीन है।जयाप्रदा के बारे में भी आपत्तिजनक भाषण दिया
चुनाव के दौरान जयाप्रदा के बारे में भी उन्होंने आपत्तिजनक भाषण दिया था। उसे लेकर भी मुकदमा विचाराधीन है। प्रशासन ने उनके खिलाफ जो दर्जनभर मुकदमे दर्ज कराए, उनमें सात में गंभीर आरोप हैं। गुरुवार को जिस मामले में सजा हुई, वह भी आपत्तिजनक भाषण से ही जुड़ा है। लोकसभा चुनाव के बाद भी आजम खां के खिलाफ बड़ी संख्या में मुकदमे दर्ज हुए। उन्हें भू माफिया भी घोषित किया गया। गुरुवार को सजा होने के बाद आजम की विधायकी पर तो संकट मडरा ही रहा है, अन्य मुकदमों में वह बुरी तरह उलझे हैं।
कोर्ट के फैसले से सच्चाई सामने आई : कमिश्नर
आन्जनेय कुमार रामपुर में करीब दो साल डीएम रहे। पदोन्नति पाकर मुरादाबाद के मंडलायुक्त बने। उनका कहना है कि प्रशासन ने एफआइआर में जो आरोप लगाए थे, उसे अदालत ने भी सही माना है। वह हम पर गलत आरोप लगाते रहे। कोर्ट के फैसले से सच्चाई सामने आ गई है। हमने पूरी तरह निष्पक्ष चुनाव कराया था।कदमों में बैठ गए थे डीएम
आन्जनेय कुमार से पहले रामपुर में महेंद्र बहादुर डीएम थे। अब वह लखीमपुर खीरी के डीएम हैं। उनके बारे में भी आजम खां तीखी टिप्पणी करते रहे। उन पर शराब के नशे में डूबकर फैसले देने का आरोप लगाया था। उनके खिलाफ जनसभा में नारे लगवाते थे। सपा शासनकाल में रामपुर में डीएम रहे सीपी त्रिपाठी परेशान होकर गांधी समाधि पर बोल रहे सपा नगर अध्यक्ष आसिम राजा के कदमों में जाकर बैठ गए थे।
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