UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी में भाजपा और सपा के बीच सियासी घमासान का मुद्दा बनेंगे आजम खां
UP Politics सपा के कद्दावर नेता आजम खां के घर तीन दिन चली आयकर विभाग की छापेमारी तो बंद हो गई लेकिन यूपी का सियासी पारा बढ़ गया है। सपा और भाजपा दोनों आजम खां को लेकर एक दूसरे से घमासान करने के मूड में हैं। सपा जहां इसको शोषण बता रही है वहीं भाजपा का कहना है कोई कितना भी प्रभावशाली हो बख्शा नहीं गया।
रामपुर, जागरण संवाददाता। तीन दिन आयकर विभाग की टीमों की छापामारी का सामना करने वाले सपा महासचिव आजम खां अब राजनीतिक मुद्दा बनने जा रहे हैं। इसके लिए सपा और भाजपा दोनों पार्टियां तैयारी कर रही हैं। सपा की ओर से पहले ही दिन इस छापामारी को विपक्ष का शोषण करार दिया गया। पार्टी आजम के पक्ष में भी खुलकर आने की तैयारी कर रही है। कारण, आजम की वजह से सपा नेतृत्व मुस्लिमों को नाराज नहीं करना चाहता है।
भाजपा सरकार में किसी को नहीं बख्शा गया
वहीं, भाजपा सार्वजनिक रूप से आयकर विभाग के काम से अपना कोई सरोकार नहीं बता रही है। लेकिन पार्टी यह संदेश देना चाहेगी कि कोई कितना भी प्रभावशाली हो, भाजपा सरकार में किसी को नहीं बख्शा गया। आजम खां समाजवादी पार्टी के मुस्लिम चेहरा होने के साथ ही फायर ब्रांड नेता रहे हैं। वह रामपुर शहर से 10 बार विधायक चुने गए हैं, जबकि राज्यसभा सदस्य और लोकसभा सदस्य भी चुने गए हैं।
आजम खां के खिलाफ 108 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, 84 विचाराधीन
प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष भी रहे। प्रदेश में जब भी सपा की सरकार रही, तब वह कई-कई विभागों के मंत्री बने। उनकी पत्नी तजीन फात्मा राज्य सभा सदस्य रहने के साथ ही रामपुर शहर की विधायक भी चुनी गईं, जबकि बेटे अब्दुल्ला आजम स्वार से दो बार विधायक चुने गए, लेकिन साल 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद से उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज किए गए। आजम खां के खिलाफ जिंदगीभर में 108 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जबकि 84 मुकदमे विचाराधीन हैं।
जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के सबसे ज्यादा मुकदमे
उनकी पत्नी तजीन फात्मा के खिलाफ 34 और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 43 मुकदमे अदालत में चल रहे हैं। बेटे अदीब आजम के खिलाफ भी 31 मुकदमे हैं। बहन निखत अफलाक के खिलाफ भी 30 मुकदमे विचाराधीन हैं। सबसे ज्यादा मुकदमे जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के हैं। यूनिवर्सिटी से संबंधित 30 मुकदमों में परिवार के सभी सदस्य आरोपित हैं। इन मुकदमों को लेकर आजम खां को भूमाफिया घोषित कर दिया गया था। ईडी ने भी उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।
सपा और भाजपा के लिए आजम खां बन गए राजनीति का मुद्दा
अब आयकर विभाग ने भी यूनिवर्सिटी और इसे संचालित करने वाले मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को मिली धनराशि के बारे में छापेमारी की। तीन दिन तक आयकर विभाग की टीमें आजम खां और उनके करीबियों के यहां जांच- पड़ताल करती रहीं। टीमें तो शुक्रवार शाम चली गईं, लेकिन इसके बाद सियासी पारा गर्म हो गया है। सपा और भाजपा के लिए आजम खां अब मुद्दा बन गए हैं। सपा खुलकर उनके पक्ष में है।
भाजपा विधायक बोले- सपा सरकार में आजम ने किया खूब भ्रष्टाचार
पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खां के परिवार का शोषण किया जा रहा है। पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल और नगराध्यक्ष आसिम राजा ने भी कहा कि आजम खां ईमानदार नेता हैं, उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन जनता सब जानती है। सच्चाई सामने आ जाएगी शहर विधायक आकाश सक्सेना का कहना है कि आजम खां ने सपा शासनकाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया। केंद्रीय जांच टीमें उनके भ्रष्टाचार की जांच कर रही हैं। अगर वह ईमानदार हैं तो क्यों डर रहे हैं। सच्चाई सामने आ जाएगी।