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Rampur News : आजम खां की मुंह बोली बेटी एकता कौशिक न्यायालय में हुई पेश, यह है पूरा मामला

न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। उन्होंने अपने अधिवक्ता नासिर सुल्तान के माध्यम से अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी जिसे 20 सितंबर को न्यायालय ने मंजूर कर लिया था। अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि जमानत मिलने के बाद जमानती दाखिल करने होते हैं। इस मामले में उनके विरुद्ध अभी विवेचना प्रचलित है।

By Bhaskar Singh Edited By: Mohammed Ammar Updated: Thu, 03 Oct 2024 10:34 PM (IST)
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चोरी मामले में आजम खां के साथ आया नाम

जागरण संवाददाता, रामपुर : सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां की मुंह बोली बेटी एकता कौशिक गुरुवार को न्यायालय में पेश हुईं। पिछले दिनों न्यायालय ने मदरसा आलिया से किताबें चोरी के मामले में उनकी अग्रिम जमानत याचिका मंजूर कर ली थी। उन्होंने कोर्ट में पेश होकर हाजिरी दी और न्यायालय में अपनी ओर से दो जमानती पेश किए। एकता कौशिक गाजियाबाद के राजनगर की रहने वाली हैं। वह आजम खां और उनके परिवार की बहुत करीबी हैं।

आजम खां उन्हें बेटी की तरह मानते हैं। एकता की आजम परिवार से जान पहचान वर्ष 2009 से है। तब वह और आजम खां के बड़े बेटे अदीब नोएडा में एक साथ पढ़ते थे। वह चर्चा में तब आईं, जब आजम खां अपनी बीमारी के इलाज के लिए दिल्ली के सरगंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। वहां एकता अस्पताल में उनकी तीमारदारी के लिए रुकती थी। इसके बाद सितंबर 2023 में आयकर विभाग ने आजम खां और उनके करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी तो इनमें एक घर एकता कौशिक का भी था।

चोरी मामले में आजम खां के साथ आया नाम

एकता कौशिक का नाम आजम खां के साथ मदरसा आलिया में किताबें चोरी के मामले में आया है। सपा सरकार में मदरसा आलिया को वर्ष 2016 में जौहर ट्रस्ट को 90 साल की लीज पर दे दिया गया था। बाद में भाजपा की सरकार आने पर राजकीय ओरियंटल कालेज मदरसा आलिया के प्रधानाचार्य जुबैद खां ने 16 जून 2019 को गंज कोतवाली में किताबें व फर्नीचर चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

पुलिस ने वर्ष 2022 में आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी से मदरसे से चोरी किताबें और फर्नीचर को बरामद किया था। प्राथमिकी अज्ञात में हुई थी। किताबें बरामदगी के बाद इसमें आजम खां समेत कई लोगों के नाम शामिल किए थे। पुलिस की विवेचना में एकता का नाम भी आया था।

न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। उन्होंने अपने अधिवक्ता नासिर सुल्तान के माध्यम से अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी, जिसे 20 सितंबर को न्यायालय ने मंजूर कर लिया था। अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि जमानत मिलने के बाद जमानती दाखिल करने होते हैं। गुरुवार को एकता कौशिक ने न्यायालय में पेश होकर अपनी ओर से 50-50 हजार रुपये के दो जमानती दाखिल किए। इस मामले में उनके विरुद्ध अभी विवेचना प्रचलित है।

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