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Rampur News : आजम खां के मामले में संभल के सर्विलांस प्रभारी की हुई गवाही- 11 लोगों ने आजम पर दर्ज कराए थे मुकदमे

मुकदमों में आरोप है कि सपा सरकार में आजम खां के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने बस्ती में आसरा आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन खाली कराया था। उनका सामान लूट लिया और मकानों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया था।मुकदमों में पहले आजम खां नामजद नहीं थे लेकिन अन्य की गिरफ्तारी और उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी आरोपित बनाया था।

By Bhaskar Singh Edited By: Mohammed Ammar Updated: Thu, 10 Oct 2024 07:42 PM (IST)
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रामपुर का डूंगरपुर प्रकरण साल 2106 का है।
जागरण संवाददाता, रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के विरुद्ध न्यायालय में चल रहे डूंगरपुर प्रकरण के मामले में संभल के सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह की गवाही हुई। वह इस मुकदमे के विवेचना अधिकारी भी रहे थे। उनकी मुख्य परीक्षा पूरी हो गई है।

अब अगली सुनवाई पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता उनसे जिरह करेंगे। डूंगरपुर प्रकरण वर्ष 2016 का है। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी और आजम खां कैबिनेट मंत्री थे। उन्होंने पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में गरीबों के लिए आसरा आवास बनवाए थे। यहां पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे, जिन्हें सरकारी जमीन पर बताकर तोड़ दिया गया था।

इन लोगों द्वारा ही भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में गंज कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए थे। लोगों का आरोप था कि आजम खां के इशारे पर पुलिस ने उनके घरों को तोड़ दिया था। हालांकि यह मुकदमे तब नहीं लिखाए गए थे। भाजपा की सरकार तब आई उसके बाद यह मुकदमे दर्ज हुए। इन मुकदमों को लेकर आजम खां की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। 

आजम पर जबरन घर तुड़वाने का लगाया था आरोप

11 लोगों की ओर से दर्ज अलग-अलग मुकदमों में आरोप है कि सपा सरकार में आजम खां के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने बस्ती में आसरा आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन खाली कराया था। उनका सामान लूट लिया और मकानों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया था। इन मुकदमों में पहले आजम खां नामजद नहीं थे, लेकिन अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी आरोपित बनाया था।

मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। इनमें छह मामलों में फैसला हो चुका है। पांच मामले अब भी विचाराधीन हैं। पांचों मामलों की एक साथ सुनवाई की जा रही है।

सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सीमा राणा ने बताया कि इस मामले में गवाही के लिए निरीक्षक रामवीर सिंह को तलब किया गया था। वह पहले यहां गंज कोतवाली प्रभारी थे। उनके द्वारा मुकदमे की विवेचना की गई थी। उनकी मुख्य परीक्षा चल रही थी, जो गुरुवार को पूरी हो गई। अब 15 अक्टूबर को फिर सुनवाई हाेगी।

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