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खत्म हुईं इंतजार की घड़ियां, जानिए उपचुनाव में रामपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने किसे बनाया अपना प्रत्याशी Rampur news

हालांकि इस सीट पर भाजपा द्वारा मुस्लिम प्रत्याशी को उतारे जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Sun, 29 Sep 2019 02:57 PM (IST)
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खत्म हुईं इंतजार की घड़ियां, जानिए उपचुनाव में रामपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने किसे बनाया अपना प्रत्याशी Rampur news

रामपुर, जेएनएन। रामपुर उपचुनाव के नामांकन की आखिरी तारीख के एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। आजम खां के सांसद बनने के बाद उनके इस्तीफे से खाली हुई इस सीट पर भाजपा ने भारत भूषण गुप्ता को अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि इस सीट पर भाजपा द्वारा मुस्लिम प्रत्याशी को उतारे जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। भाजपा ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी के वरिष्‍ठ नेता भारत भूषण गुप्ता को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। 

रामपुर विधानसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक मुसलमान नेता ही विधायक बनते रहे हैं। इनमें आजम खां सबसे ज्यादा नौ बार विधायक रहे हैं। चार बार कैबिनेट मंत्री भी रहे। इस साल वह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़े और सांसद बन गए। लोकसभा सदस्य बनने के बाद उन्होंने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस कारण रामपुर शहर की विधानसभा सीट खाली हो गई। अब यहां विधानसभा उपचुनाव हो रहा है। 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया की 30 सितंबर आखिरी तारीख है। इस सीट से कांग्रेस ने अरशद अली खां गुड्डू और बहुजन समाज पार्टी ने जुबैर मसूद खां को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने अभी तक सस्पेंस बरकरार रखा है। हालांकि सपा की ओर आजम की पत्नी व राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा के नाम का पर्चा जरूर खरीद लिया गया है लेकिन, अभी प्रत्याशी का आधिकारिक एलान नहीं हुआ है। 

 असमंजस में सपा

समाजवादी पार्टी लंबे समय से अपने कब्जे में रही सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रही है। दरअसल, आजम खां खुद मुसीबत में फंसे हैं। उनके खिलाफ ढाई माह से लगातार कार्रवाई हो रही है। जमीन कब्जाने, मकान तोडऩे, लूटपाट करने, हत्या, हत्या के प्रयास, भैंस चोरी, गाय चोरी, बकरी चोरी और किताब चोरी के आरोप में उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। उनके करीबी नेताओं पर भी मुकदमे दर्ज हुए हैं और ये सभी बाहर हैं। 13 सितंबर को सपा मुखिया अखिलेश यादव रामपुर आए थे, तब भी आजम खां सभा में नहीं थे। सांसद के बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम, सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार, नगराध्यक्ष आसिम राजा ही चुनाव की कमान संभाले हैं।