Rampur Bypoll 2022 के लिए जिले में पहुंचेंगी 15 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स, पांच दिसंबर को होगा मतदान
Rampur Bypoll 2022 रामपुर शहर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उप चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। चुनाव आयोग की ओर से उप चुनाव की तारीख की घोषणा होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
जागरण संवाददाता, रामपुर। Rampur Bypoll 2022 : रामपुर शहर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उप चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। चुनाव आयोग की ओर से उप चुनाव की तारीख की घोषणा होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
रामपुर में बनेंगे 166 मतदान केंद्र
शांतिपूर्ण उप चुनाव कराने के लिए पुलिस बल के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की मांग कर दी है। यहां 15 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स आने की उम्मीद है। चुनाव की तैयारियों पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शहर विधानसभा सीट के लिए उप चुनाव होना है। इसमें 166 मतदान केंद्र और 454 बूथ हैं। संवेदनशील और क्रिटिकल बूथ की पहचान की जा रही है।
सुरक्षा में लगेंगे 103 दारोगा
एसपी ने बताया कि उप चुनाव कराने के लिए हमने 15 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स मांगी है। बूथों पर जिले की पुलिस नहीं लगाई जाती है। इसके लिए दूसरे जिलों से फोर्स की डिमांड करेंगे। इसमें 103 दारोगा, 773 मुख्य आरक्षी व आरक्षी लगाए जाएंगे। इनके अलावा बड़ी संख्या में होमगार्ड भी तैनात किए जाएंगे।
शांति व्यवस्था के लिए बनेंगे 26 बैरियर
रामपुर जिले की फोर्स को बूथों के बाहर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया जाएगा। 18 पिकेट और 26 बैरियर बनाए जाएंगे। चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में अराजक तत्वों, बदमाशों आदि पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिले में पहले से कुछ कार्रवाई हो चुकी है।
तीन सौ से अधिक गुंडा एक्ट में पाबंद
इनमें 75 के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर जेल भेजा जा चुका है। तीन सौ से अधिक गुंडा एक्ट में पाबंद किए हैं। 100 से अधिक जिला बदर हैं। पिछले सप्ताह ही गैंगस्टर के मामलों में 1.81 लाख की रिकवरी की गई है। आचार संहिता का पालन कराने के लिए होर्डिंग्स आदि हटवाए जा रहे हैं। आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
सख्ती से कराया जाएगा आचार संहिता का पालन
सभी से अपील करते हुए यह संदेश देना चाहते हैं कि रामपुर को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि माननीय न्यायालय ने आचार संहिता के एक मामले में कड़ी सजा दी है, जिसके परिणाम स्वरूप यह चुनाव होने जा रहा है। अब उप चुनाव में नेता और पब्लिक सभी सोचेंगे कि आचार संहिता की मर्यादा का पालन करें।