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Azam Khan चुनावी दंगल से 45 साल बाद हुए बाहर, अब कौन होगा Rampur Bypoll 2022 में सपा प्रत्याशी

Azam Khan News यूपी में पहली बार ऐसा होगा कि रामपुर में चुनाव हो रहा है और उस दंगल से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां बाहर रहेंगे। आजम खां 45 साल से रामपुर सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं।

By Mohd MuslemeenEdited By: Samanvay PandeyUpdated: Mon, 07 Nov 2022 04:35 PM (IST)
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Azam Khan News : सपा नेता आजम खां का फाइल फोटो।

रामपुर, (मुस्लेमीन)। Azam Khan News : यूपी में पहली बार ऐसा होगा कि रामपुर में चुनाव हो रहा है और उस दंगल से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां बाहर रहेंगे। आजम खां 45 साल से रामपुर सीट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं। लेकिन, पांच दिसंबर को रामपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में वह प्रत्याशी नहीं बन पाएंगे। उनकी इस सीट पर अब कौन मैदान में आएगा, इसे लेकर शहर के ही नहीं, बल्कि दूसरे जिलों के लोग भी नजर लगाए हैं।

आजम खां का राजनीतिक सफर

आजम खां रामपुर से शहर सीट से 10 बार विधायक बन चुके हैं। राज्यसभा सदस्य और लोकसभा सदस्य भी रहे हैं। अब भड़काऊ भाषणबाजी में तीन साल की सजा होने के बाद उनकी विधायकी चली गई है और चुनाव लड़ने के अयोग्य भी हो गए हैं। वह रामपुर में 45 साल से चुनाव लड़ते आ रहे हैं।

पहला चुनाव हार गए थे आजम खां

1977 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े थे, पहला चुनाव हार गए, लेकिन बाद में जीतते रहे। अपने परिवार को भी राजनीति में ले आए। पत्नी तजीन फात्मा राज्यसभा सदस्य बनने के साथ ही शहर से विधायक भी चुनी गईं। बेटे अब्दुल्ला अब भी स्वार टांडा सीट से विधायक हैं। चुनाव आयोग ने रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है।

रामपुर उपचुनाव में कौन होगा सपा प्रत्याशी

पांच दिसंबर को मतदान होगा। लेकिन, इस चुनाव में आजम खां नहीं लड़ सकेंगे। उनकी इस सीट पर सपा की ओर से प्रत्याशी कौन होगा, इसे जानने के लिए लोग बेहद उत्सुक हैं। आजम खां साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े थे और सांसद बन गए थे। तब उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

आजम की पत्नी तजीन फात्मा हो सकती हैं उम्मीदवार

इसके बाद उनकी पत्नी तजीन फात्मा चुनाव लड़ी थीं और विधायक बन गई थीं, लोग कयास लगा रहे हैं कि इस उपचुनाव में भी वह सपा प्रत्याशी बन सकती हैं। आजम खां के परिवार में उनके बड़े बेटे अदीब आजम और अदीब की पत्नी सिदरा अदीब भी हैं, लेकिन अदीब राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे हैं। इस कारण उनके चुनाव मैदान में आने की संभावना कम ही है।

कोई बाहरी भी हो सकता है प्रत्याशी

विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी आजम के परिवार से बाहर का भी हो सकता है। जून माह में हुए लोकसभा उपचुनाव में भी आजम खां ने परिवार से बाहर के व्यक्ति को ही प्रत्याशी बनाया था। शहर अध्यक्ष रहे आसिम राजा को उपचुनाव लड़ाया था, लेकिन वह हार गए और भाजपा जीत गई। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल का कहना है कि हमने उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, प्रत्याशी कौन होगा, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी, हम उसे पूरी लगन से चुनाव लड़ाएंगे।

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