Rampur Haji Accident : तीनों भाई साथ में करते थे काम, हज से वापसी पर अम्मी-अब्बू को लेने इकठ्ठे आए- तीनों की साथ में हुई मौत
सड़क हादसें में रोडवेज बस ने कार को रौंद डाला। जिसके चलतें कार में मृतकों के शव व घायल बुरी तरह से फंस गए। हादसे के बाद पीछे पीछे दूसरी कार से आर रहें मृतक अशरफ अली के बेटे जुल्फेकार ने रोककर कार से शवों को निकालने कोशिश की। जिस पर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने कार को काटकर पांच मृतकों और घायलों को बामुश्किल निकाला।
जागरण संवाददाता, स्वार (रामपुर) हज करके वापस आ रहें हाजियों की कार डिवाइडर से जा टकराई। जिसपर रोडवेज बस ने कार को बुरी तरह से रौंद दिया। जिससें हाजी पिता व तीन बेटों, कार चालक समेत पांच लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि हज्जन व मृतक का छोटा बेटा गंभीर रुप से घायल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतकों के घरों में मातम छाया है।
हज से वापस लौटे तो बेटे एयरपोर्ट गए थे लेने
कोतवाली क्षेत्र के गांव मुकरमपुर निवासी 60 वर्षीय अशरफ अली व उनकी पत्नी जैतून बेगम 20 मई को हज करने के लिए गए थे। हज करने के बाद बुधवार को घर वापस आ रहे माता पिता को लेने के लिए उनका 45 वर्षीय बेटा नक्शे अली, 38 बेटा वर्षीय आरिफ उर्फ महबूव अली, 20 वर्षीय बेटा इंतेकाव अली, बेटा आसिफ अली व गांव का ही चालक 30 वर्षीय एहसान अली पुत्र नामे अली कार से लेने के लिए दिल्ली गए थे।
वापस लौटते समय कार रामपुर मुरादाबाद हाईवे मार्ग स्थित मुंडापांडे पहुंची कि कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। इस दौरान रोडवेज बस ने कार को बुरी तरह से रौंद दिया। जिसमें हाजी समेत पांच लोगो की मौत हो गई।
हंसी खुशी हज के लिए किया था विदा वापसी में छाया मातम
परिजनों ने हंसी खुशी हज के लिए उन्हें विदा किया था। उन्हें क्या पता काल बनकर मौत उनका इंतजार कर रही है। 20 मई को पिता अशरफ अली व मां जैतून को बेटे, रिश्तेदारों और ग्रमीणों ने हंसी खुशी हज के लिए विदाई दी थी परिजन भी खुश थे और हज से लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहें थे।
बेटे भी माता पिता को लेने के लिए दिल्ली गए थे। उन्हें क्या पता था कि काल बनकर मौत उनका इंतजार कर रही हैं। जिसमें पिता, तीन बेटों व कार चालक की मौत हो गई। एक हीं गांव पांच लोगों की दर्दनाक मौत से ग्रमीण गमगीन है और चूल्हे तक नहीं जल सकें। गांव में हादसें के बाद सूचना पर मृतकों के घर पर आने वाले रिश्तेदार व परिचितों का तांता लगा है।
माता-पिता को लेने राजस्थान से आए थे बेटे
मृतक नक्शे अली, आरिफ अली व इंतकाब अली तीनों सगे भाई है। तीनों भाई राजस्थान के जयपुर में सिलाई का कारखाना चलाते थे। तीनों भाई जयपुर से माता पिता को हज वापस लाने के लिए घर आये हुए थे। उन्हें क्या पता था कि काम करने के साथ साथ तीनों भाईयों को एक साथ मौत आनी है।