CRPF को मिल सकती है जौहर यूनिवर्सिटी से खाली कराई शत्रु संपत्ति; 13.985 हेक्टेयर भूमि पर फैसला लेगा गृह मंत्रालय
वर्ष 2005 में यूपी सरकार ने आजम के मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को 400 एकड़ जमीन की मंजूरी दी थी। इसमें साढ़े 12 एकड़ जमीन पर जौहर यूनिवर्सिटी बनाने के लिए मंजूरी कर दी गई। 2006 में 45.1 एकड़ और 25 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मंजूरी दी। वर्ष 2017 में योगी सरकार ने कहा कि यूनिवर्सिटी की साढ़े 12 एकड़ को छोड़कर बाकी जमीन का अधिग्रहण अवैध है।
जागरण संवाददाता, रामपुर। Jauhar University: सपा महासचिव आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी के कब्जे से 13.985 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति भूमि को मुक्त करा लिया गया है। इसके चारों ओर पिलर लगवाए गए हैं। संभावना है, भूमि सीआरपीएफ को सौंपी जा सकती है। रामपुर में सीआरपीएफ का ग्रुप सेंटर है। हालांकि, भूमि के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को अंतिम निर्णय करना है।
जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर दो भवन भी बनवाए गए थे। प्रशासन ने इन्हें कब्जा मुक्त करा दिया है। एक भवन में जिम बनाया गया, जबकि दूसरे में यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी का आवास था।
पहले इस आवास में आजम खां के करीबी सेवानिवृत्त सीओ सिटी आले हसन खां रहते थे। वह सेवानिवृत्ति के बाद मुख्य सुरक्षा अधिकारी बन गए थे। आजम खां के साथ उनके खिलाफ भी 56 मुकदमे दर्ज हुए। जमीन कब्जाने के आरोप में भी वह आरोपित हैं। वर्तमान में जेल में हैं।
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जमीन के चारों तरफ पिलर लगेंगे
डीएम जोगिंदर सिंह ने बताया कि शत्रु संपत्ति विभाग के अधिकारियों ने जिला प्रशासन को जमीन के चारों ओर पिलर लगाने के आदेश दिए थे। काम पूरा हो गया है। भारतीय शत्रु संपत्ति केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है, इसलिए अब गृह मंत्रालय ही इसपर अंतिम फैसला लेगा।
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