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Rampur Police : 'एसपी सर, आपके सिपाही ने मेरी जाति पूछी फिर मुझे पीटा- मेरी जेब से 500 रूपये भी निकाल लिए' रामपुर पुलिस पर फिर लगा दाग!

पीड़ित ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने कमरे के अंदर ले जाकर लात घूंसों से पिटाई की और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। दोनों ने एसपी से चौकी इंचार्ज और दोनों सिपाहियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि अभी शिकायती पत्र उन उनके सामने नहीं आया है। वह इस पर संज्ञान लेंगे और जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

By Mohd Muslemeen Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 10 Aug 2024 02:55 PM (IST)
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एसपी ने इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, रामपुर। एसपी की सख्ती के बावजूद पुलिस कर्मी अपने रवैये में सुधार नहीं कर रहे हैं। अब फिर पुलिस पर चौकी में बरेली के दो युवकों को पीटने का आरोप लगा है।

दोनों युवक अनुसूचित जाति के हैं। घटना से आहत होकर युवकों ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है। दोनों युवक बरेली के थाना शेरगढ़ के रहने वाले हैं। इनमें अमन कुमार हौसपुर गांव के हैं, जबकि सुमित सागर जियानगला गांव के हैं।

अमन ने एसपी को बताया- क्या हुआ उनके साथ

अमन की ओर से एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि वे दोनों गुरुवार शाम को मिलक कोतवाली क्षेत्र के सिलईबड़ा गांव में अपनी रिश्तेदारी में आए थे। यहां रात रुकने के बाद दोनों को ग्राम ऐंजनखेड़ा जाना था, जहां अमन के बहनाेई सतीश कुमार दिवाकर रहते हैं।

दोनों सुबह जल्दी उठकर पांच बजे सिलाई बड़ा से ऐंजनखेड़ा गांव के लिए निकल गए। आरोप है कि रास्ते में एक सिपाही मिला। उसने पहले दोनों की तलाशी ली। फिर नाम पता और जाति पूछी। जाति बताने पर दोनों के साथ अभद्रता की। दोनों को चौकी पर ले गया।

सिपाही ने 500 रुपये जेब से निकाले

वहां चौकी इंचार्ज व एक अन्य सिपाही ने दोनों के मोबाइल छीन लिए। 500 रुपये भी निकाल लिए। उन्होंने बताया कि बहनोई के घर जा रहे हैं। इस पर बहनाेई का नंबर लेकर फोन पर बात की और उन्हें भी चौकी में बुला लिया। बहनोई द्वारा रिश्तेदार बताने के बाद भी पुलिस कर्मियों को तसल्ली नहीं हुई।

पुलिसकर्मियों ने कमरे के अंदर ले जाकर लात घूंसों से पिटाई की और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। दोनों ने एसपी से चौकी इंचार्ज और दोनों सिपाहियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि अभी शिकायती पत्र उन उनके सामने नहीं आया है। वह इस पर संज्ञान लेंगे और जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

ढकिया चौकी में पीटने पर प्रभारी व दो सिपाही हुए थे निलंबित

पिछले माह ऐसा ही मामला शाहबाद कोतवाली की ढकिया चौकी में सामने आया था। 20 जुलाई को ग्राम भवंरकी जदीद निवासी अनुसूचित जाति के ऋषिपाल को दो सिपाहियों ने चौकी में बुरी तरह पीटा था। उन पर लात घूंसे और डंडे बरसाए थे। पिटाई से बेहोश होने पर दोनों उसे कमरे में ले आए थे और यहां होश में आने पर उससे अपने हाथ-पैर दबवाए थे। अगले दिन सुबह उसे छोड़ा था।

युवक जब घर गया तो उसने पत्नी को पेंट उतारकर पुलिस की पिटाई से लगी चोट के निशान दिखाए। इसकी वीडियो प्रसारित हो गई थी। तब एसपी ने दोनों सिपाहियों जयदेव और अमित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर निलंबित कर दिया था। ढकिया चौकी इंचार्ज अशोक कुमार भी निलंबित हुए थे।

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