Rampur Voting: मतदान को लेकर रामपुर में उत्साह, जानिये अपने प्रत्याशी
कई दिन से चल रही जुबानी जंग के बीच मुकाबले का आखिरी रण आज सजेगा। जिस पार्टी और प्रत्याशी के पक्ष में जितनी वोटरसेना जुटेगी वही नतीजों के दिन बनेगा राजनीति का सिकंदर..। खैर यह तो रही सियासी बात। आम आंखों से देखें तो जनता के लिए लोकसभा चुनाव का यह अवसर लोकतंत्र के भव्य उत्सव उल्लास का है। एक शब्द में बांधे तो लोकोत्सव से कमतर बिल्कुल नहीं है।
जागरण संवाददाता, रामपुर। Rampur Lok Sabha लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को वोट डाले जाएंगे, जिसमें 1731836 मतदाता अपना सांसद चुनेंगे। छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, इनमें भारतीय जनता पार्टी से सांसद घनश्याम सिंह लोधी, सपा से मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी और बसपा से जीशान खां उम्मीदवार हैं।
घनश्याम सिंह लोधी- चमरौआ ब्लाक के खैरुल्लापुर गांव के मूल निवासी हैं, लेकिन अब उनका परिवार रामपुर शहर के रोशन बाग में रहता है। 56 वर्षीय लोधी ने राजनीति की शुरूआत भाजपा से की। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी रहे। 1999 और 2009 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़े, लेकिन जीत नहीं सके।
2004 में सपा के सहयोग से राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के टिकट पर और 2016 में सपा के टिकट पर विधान परिषद सदस्य बने। 2022 में रामपुर में हुए लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर सांसद बने। भाजपा ने एक बार फिर उन्हें प्रत्याशी बनाया है।
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मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी- स्वार के रजानगर गांव के रहने वाले हैं। पिछले 19 साल से दिल्ली की पार्लियामेंट वाली मस्जिद में इमामत करते रहे। राजनीति से दूर थे, लेकिन 10 जनवरी को संभल के तत्कालीन सांसद स्वर्गीय शफीकुर्रहमान बर्क के साथ सपा मुख्या अखिलेश यादव से मिले थे।
सीतापुर जेल में बंद सपा नेता आजम खां अखिलेश यादव को रामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहते थे, लेकिन अखिलेश इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसपर नामांकन की अवधि खत्म होने से एक दिन पहले 16 मार्च शाम को आजम के करीबी स्थानीय सपा नेताओं ने चुनाव बहिष्कार कर दिया। इसपर सपा ने आननफानन में मौलाना को प्रत्याशी बना दिया।
जीशान खां- रामपुर शहर के कुंडा मुहल्ले के रहने वाले हैं। उनका परिवार राजनीति से पहले से जुड़ा है। 1992 में उनके घर बसपा सुप्रीमो मायावती भी आई थीं। लेकिन वह इससे पहले कोई चुनाव नहीं लड़े हैं। उनके चाचा सहाब खां रामपुर नगर पालिका के सभासद रहे हैं, जबकि उनकी चाची शैला खान रामपुर नगर पालिकाध्यक्ष का चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ चुकी हैं।उन्होंने दो दिन पहले रोड शो किया था, जिसमें सपा नेता आजम खां की जिंदाबाद के नारे भी लगे थे। कुछ युनवा बैनर लेकर आगे चल रहे थे, जिसमें आजम खां, उनकी पत्नी तजीन पात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम के भी फोटो लगे थे।
अरशद वारसी- माइनरटीज डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हैं। स्वार के रहने वाले हैं। पहले भी चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन जीत नहीं सके।
महमूद प्राचा- सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। नई दिल्ली निजामुद्दीन पश्चिम के निवासी हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। रामपुर से पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं।शिव प्रसाद - टांडा के दुलीवाला मुहल्ले के निवासी हैं। निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियत से चुनाव मैदान में डटे हैं। इससे पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नहीं सके।
इसे भी पढ़ें- यूपी के इस शहर में बिजली विभाग ने बदली व्यवस्था, अब दो महीने में मिलेगा बिलवोट डालने के लिए पहचान पत्रमतदान के दौरान फोटो पहचान पत्र दिखाना जरूरी है। इसके विकल्प के रूप में आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, बैंक व डाकघर की फोटो युक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड, आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, पासपोर्ट, फोटो युक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकों को जारी पहचान पत्र, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटो युक्त पहचान पत्र शामिल हैं।
ईवीएम रखने के पुख्ता इंतजामरामपुर लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल हो रही वोटिंग मशीन को रखने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मशीनों को जीपीएस युक्त वाहनों के जरिये मतदान केंद्रों पर भेजा गया है। इनके जरिये ही वापस मंडी समिति आएंगी। यहीं पर मतगणना होगी। तब तक ये मशीनें मंडी समिति में अर्ध सैनिक बलों के जवानों की देखरेख में रहेंगी।
मतदान सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक होगा। सभी 1071 मतदान केंद्रों पर 1789 बूथ बने हैं। इनपर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। केंद्रों के अंदर अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात किए गए हैं। स्थानीय पुलिस अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहेगी। पूरे लोकसभा क्षेत्र में 25 जोन और 152 सेक्टर बनाए गए हैं।सभी मजिस्ट्रेट मतदान के दौरान अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचेंगे। जिले में 35 अतिसंवेदनशील केंद्र हैं। इन सभी केंद्रों पर पुलिस फोर्स तैनात रहेगी, लेकिन अति संवेदनशील केंद्रों पर फोर्स की भी अतिरिक्त व्यवस्था रहेगी।
मतदान केंद्रों पर रहेगी सुविधामतदान केंद्रों पर मतदाताओं को वोट डालने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बीएलओ भी तैनात रहेंगे। दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उनके लिए रैंप भी बनाए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक दिव्यांग बूथ भी बना है इन पर केवल दिव्यांगों के ही वोट पड़ेंगे।
अबकी बार यूथ बूथ भी बने हैं, जिस पर युवा ही वोट डाल सकेंगे। इसी तरह पिंक बूथ पर महिलाएं वोट डालेंगी और इन बूथों पर सभी मतदान कर्मी भी महिला रहेंगी।परेशानी हो तो तत्काल करें शिकायतनिष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। अगर कोई परेशानी है तो उसके लिए कंट्रोल रूम भी बना है। वोट डालने से रोकता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। सेक्टर मजिस्ट्रेट या जोनल मजिस्ट्रेट को सूचित करें।
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