Azam Khan के डूंगरपुर मामले में संभल सर्विलांस इंचार्ज की गवाही, 10 अक्टूबर को होगी सुनवाई
डूंगरपुर प्रकरण में आजम खान के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के दौरान संभल के सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह ने गवाही दी। उन्होंने बताया कि कैसे सपा सरकार के दौरान गरीबों के लिए बनाए गए आसरा आवास के लिए लोगों के घरों को जबरन खाली कराया गया था। इस मामले में कई मुकदमे दर्ज हैं और अब तक छह मामलों में फैसला हो चुका है। पांच मामले अभी भी विचाराधीन हैं।
जागरण संवाददाता, रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के विरुद्ध न्यायालय में चल रहे डूंगरपुर प्रकरण के मामले में संभल के सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह ने गवाही दी। उनकी गवाही जारी है। डूंगरपुर प्रकरण वर्ष 2016 का है। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी और आजम खां कैबिनेट मंत्री थे।
उन्होंने पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में गरीबों के लिए आसरा आवास बनवाए थे। यहां पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे, जिन्हें सरकारी जमीन पर बताकर तोड़ दिया गया था। इन लोगों द्वारा ही भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में गंज कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए थे।
जबरन घरों को कराया था खाली
11 लोगों की ओर से दर्ज अलग-अलग मुकदमों में आरोप है कि सपा सरकार में आजम खां के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने बस्ती में आसरा आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन खाली कराया था। उनका सामान लूट लिया और मकानों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया था।इन मुकदमों में पहले आजम खां नामजद नहीं थे, लेकिन अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी आरोपित बनाया था। इन मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। इनमें छह मामलों में फैसला हो चुका है। पांच मामले अब भी विचाराधीन हैं। पांचों मामलों की एक साथ सुनवाई की जा रही है।
10 अक्टूबर को फिर होगी सुनवाई
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सीमा राणा ने बताया कि इस मामले में गवाही के लिए निरीक्षक रामवीर सिंह को तलब किया गया था। वह पहले यहां गंज कोतवाली प्रभारी थे। उनके द्वारा मुकदमे की विवेचना की गई थी। उनकी मुख्य परीक्षा चल रही है। 10 अक्टूबर को फिर सुनवाई हाेगी।यह भी पढ़ें- Rampur News: बेसिक स्कूलों के शिक्षकों के लिए हाईकोर्ट का फरमान, 23 और इंचार्ज शिक्षकों को मिलेगा प्रिंसिपल का वेतन
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