Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कांवड़ यात्रा के लिए यूपी और उत्तराखंड प्रशासन आया साथ, अफसरों ने यात्रा प्लानिंग पर किया मंथन; साझा की योजनाएं

Kanwar Yatra 2024 कांवड़ यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह गोष्ठी उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में आइजीएल के गेस्ट हाउस में किया गया। इस गोष्ठी में यूपी के तीन जिलों के अफसरों ने उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा सुगम बनाने को लेकर वार्ता की गई।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 24 Jul 2024 08:38 PM (IST)
Hero Image
कांवड़ यात्रा को लेकर गोष्ठी के आयोजन में यूपी व उत्तराखंड के अधिकारी आए साथ

जागरण संवाददाता, रामपुर। श्रावण माह में होने वाली कांवड़ यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रदेश के तीन जिलों के अफसरों ने उत्तराखंड के अधिकारियों संग मंथन किया। दो राज्यों के अफसरों के बीच हुई बार्डर गोष्ठी में एक दूसरे के साथ आपसी तालमेल और कावड़ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की गई।

दोनों ही राज्यों के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियों के मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान भी किया गया तथा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इसके माध्यम से कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को सकुशल संपन्न कराने का फैसला लिया गया। गोष्ठी का आयोजन उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में आइजीएल के गेस्ट हाउस में किया गया।

गोष्ठी में कुमाऊं मंडल के डीआइजी डा. योगेंद्र सिंह रावत और मुरादाबाद मंडल के डीआइजी मुनिराज जी ने अपने-अपने मंडल का नेतृत्व किया।

गोष्ठी ये लोग रहे शामिल

उनके अलावा एसएसपी ऊधमसिंहनगर डा. मंजुनाथ टीसी, जिलाधिकारी रामपुर जोगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र, पुलिस अधीक्षक बिजनौर अभिषेक कुमार, एसपी सिटी रुद्रपुर मनोज कत्याल, एसपी काशीपुर अभय कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक रुद्रपुर निहारिका तोमर, सीओ बिलासपुर रवि खोखर, सीओ काशीपुर अनुषा बडोला आदि अधिकारी भी शामिल रहे।

कांवड़ यात्रा को लेकर बरती जा रही गंभीरता

गोष्ठी को लेकर पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने बताया कि सावन माह 22 जुलाई से आरंभ हो चुका है। दो अगस्त को श्रावण माह की शिवरात्रि है। इससे पहले 29 जुलाई को सावन माह का दूसरा सोमवार होगा। उत्तराखंड की सीमा से भी कांवड़िये गुजरते हैं। इसके कारण कांवड़ यात्रा को लेकर पूरी तरह से गंभीरता बरती जा रही है।

स्थानीय स्तर पर योजनाओं का हुआ आदान-प्रदान

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा सुगम बनाने को लेकर वार्ता की गई। कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं को सकुशल उनके गंतव्य तक पहुंचाना ही इस गोष्ठी का उद्देश्य रहा। इसके लिए दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर योजनाओं का आपस में आदान-प्रदान किया।

इस दौरान दोनों ही राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने एक दूसरे से की जाने वाली अपेक्षाओं का आदान प्रदान किया। कांवड़ यात्रियों को लेकर बनाए रोडमैप और रूट डायवर्जन प्लान की जानकारी साझा की गई।

दोनों राज्यों के अधिकारी सुगम बनाएंगे कांवड़ यात्रा

तय किया गया कि दोनों राज्यों के अधिकारी व पुलिस तालमेल बनाकर कांवड़ यात्रा को सुगम बनाएंगे। दोनों राज्यों की पुलिस संवेदनशील गांव, अवैध शराब, एक दूसरे राज्य के बार्डर के कच्चे और पक्के रास्तों पर नजर रखेगी।

शरारती तत्वों से सख्ती निपटने के लिए करेंगे सहयोग

कांवड़ यात्रा मार्ग पर शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए एक दूसरे का सहयोग किया जाएगा। संदिग्ध चौराहों और तिराहों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।

यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री योगी की समीक्षा बैठक के दौरान अचानक उठने लगा था धुआं, JE के बाद अब ADO पर गिरी गाज

यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव में क्यों हारे? लखनऊ में अचानक CM योगी ने बरेली के विधायकों से पूछ लिया कारण, जनप्रतिनिधियों ने बताई वजह