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विधायक की हत्या करना चाहती थी सहारनपुर की भीम आर्मी

मेरठ में रविवार को पकड़े गए भीम आर्मी के सदस्यों के मोबाइल से जो डेटा मिला था, उससे यह बात भी सामने आ रही है कि एक विधायक भी उनके निशाने पर थे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Mon, 14 May 2018 11:09 PM (IST)
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विधायक की हत्या करना चाहती थी सहारनपुर की भीम आर्मी

सहारनपुर (जेएनएन)। लंबे समय से बिना दंगे के चैन की नींद ले रहे लोगों को भीम आर्मी की योजना बेहद भयभीत कर देगी। भीम आर्मी का जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की मौत के बाद शहर को जातीय हिंसा की आग में झोंकने का खतरनाक मंसूबा था।

मेरठ में रविवार को पकड़े गए भीम आर्मी के सदस्यों के मोबाइल से जो डेटा मिला था, उससे यह बात भी सामने आ रही है कि एक विधायक भी उनके निशाने पर थे। इस संबंध में आज जब एसएसपी बबलू कुमार से पत्रकारों ने पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसे इनपुट मिल रहे हैं कि इनके निशाने पर जिले के एक विधायक भी थे। कप्तान ने कहा कि वे सहारनपुर पुलिस को मेरठ जेल भेजकर आरोपितों से पूछताछ कराएंगे।

रविवार को मेरठ पुलिस के हत्थे चढ़े भीम आर्मी के सदस्य राहुल, नितिन, दीपक, बंटी, सतवीर तथा रङ्क्षवद्र के पास से पुलिस ने सात मोबाइल फोन बरामद किए थे, जिस पर 20 से ज्यादा वाट्सएप ग्रुप चलते हुए मिले। जांच पड़ताल में आरोपित राहुल के फोन का जो डेटा पुलिस ने एकत्रित किया, उससे पता चला कि भीम आर्मी के सदस्यों को उकसाकर सहारनपुर जिले के एक विधायक की हत्या करने की योजना थी।

इसके बाद सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ व नोएडा में जातीय हिंसा भड़क सकती थी। हिंसा भड़कने के बाद ही सचिन वालिया की मौत का बदला पूरा होने का प्लान था। इसलिए बदला नाम से भी वाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे। सोमवार को जब पत्रकारों ने एसएसपी से इस बारे में पूछा तो उनका कहना था कि उन्हें भी इनपुट मिले हैं कि पकड़े गए भीम आर्मी के सदस्यों की योजना एक विधायक की हत्या की थी। वे इसकी तह तक पहुंचने के लिए जल्द ही पुलिस को मेरठ जेल भेजकर आरोपितों से पूछताछ करवाएंगे। साइबर सेल को भी एक्टिव कर दिया गया है। संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप पर नजर रखने को कहा गया है। मेरठ में हुई पूरी पूछताछ का ब्योरा भी मंगाया जा रहा है।

विधायक बोले, वह किसी से नहीं डरते

जिस विधायक की हत्या की साजिश की बात कही जा रही है। इन्हीं विधायक ने महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम की अनुमति प्रशासन से दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। माना जा रहा है कि तभी से ये विधायक भीम आर्मी के निशाने पर है। सोमवार को पत्रकारों ने विधायक से हत्या की साजिश की बाबत पूछा, तो उन्होंने कहा कि वह मरने से नहीं डरते। कहा, वह निडरता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते रहेंगे। 

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