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...तो संसद में इन मुद्दों को उठाएंगे चंद्रशेखर, पहले ही खोल दिए अपने पत्ते; मौलाना सज्जाद ने दी सलाह

नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मोबलिंचिंग हो या रोटी कपड़ा मकान इन सभी मुद्दों को वह मजबूती से रखेंगे। दोनों समुदायों के बीच दीवारें हैं उन्हें ढहाने का काम करेंगे। एकता और भाईचारे का माहौल पैदा करने का प्रयास किया जाएगा। चंद्रशेखर ने कहा कि कानून व्यवस्था हाशिए पर है। सवाल उठाने वालों पर पहले मुकदमे दर्ज होते हैं कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर बाद में।

By Sanjeev Kumar Gupta Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 14 Jun 2024 12:41 PM (IST)
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...तो संसद में इन मुद्दों को उठाएंगे चंद्रशेखर, पहले ही खोल दिए अपने पत्ते, मौलाना सज्जाद ने दी सलाह

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। आसपा प्रमुख एवं नगीना सांसद चंद्रशेखर ने गुरुवार को लखनऊ में मौलाना सज्जाद नोमानी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच मुसलमानों और वंचित वर्ग के मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। मौलाना ने देश में मोबलिंचिंग के खिलाफ आवाज उठाने और इस पर कड़ा कानून बनाने पर जोर दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि वह आजमन के मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे। यूपी में एकता और भाईचारे का माहौल बनाने पर बातचीत हुई।

लखनऊ में गुरुवार को मौलाना सज्जाद नोमानी से मुलाकात के बाद ‘दैनिक जागरण’ से बातचीत में आसपा प्रमुख ने कहा कि आज देश की बड़ी आबादी हाशिए पर है। लंबे समय से सरकारों ने उन्हें बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा है। मौलाना सज्जाद ने चंद्रशेखर से कहा कि मुस्लिम, कमजोर और वंचित वर्ग के लोगों की समस्याओं को ईमानदारी से उठाने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए। देश में होने वाली मोबलिंचिंग पर सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है।

सांसद ने कहा कि मोबलिंचिंग हो या रोटी, कपड़ा, मकान, इन सभी मुद्दों को वह मजबूती से रखेंगे। दोनों समुदायों के बीच दीवारें हैं, उन्हें ढहाने का काम करेंगे। एकता और भाईचारे का माहौल पैदा करने का प्रयास किया जाएगा। चंद्रशेखर ने कहा कि कानून व्यवस्था हाशिए पर है। सवाल उठाने वालों पर पहले मुकदमे दर्ज होते हैं, कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर बाद में।

सरकार को कानून व्यवस्था के प्रति गंभीर होने की जरुरत है। जाति-धर्म देखकर न्याय किया जाएगा, तो सरकार से जनता का विश्वास उठ जाएगा। चंद्रशेखर ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, देश अपनी जगह। देश बड़ा है, बाकी चीजें बाद में हैं। सत्तापक्ष की जिम्मेदारी तो है ही, विपक्ष को भी इसमें अहम भूमिका निभानी चाहिए। विपक्ष से सवाल पूछते रहें, ताकि सत्तापक्ष तानाशाह न हो जाए।

छात्रसंघ चुनाव की बहाली हो

मौलाना सज्जाद से मुलाकात में छात्रसंघ चुनावों पर भी चर्चा हुई। चंद्रशेखर ने कहा कि विरासत और धनबल वाले परिवारों के बच्चे राजनीति में आगे बढ़ जाते हैं, लेकिन गरीब-गांव का नौजवान पीछे रह जाता है। छात्र राजनीति में नौजवान अपनी आवाज उठाना सीखता है, जिससे उसका मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। लंबे समय से छात्रसंघ चुनाव खत्म कर गांव के नए नेतृत्व को बंद कर दिया गया है।