बीजेपी सरकार आते ही आए थे बुरे दिन; अरबों का साम्राज्य स्थापित कर चुके बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल
UP News In Hindi प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार के आते ही बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के दुर्दिन शुरू हो गए थे। उनके आवास पर बुलडोजर भी गरजा। उनके बेटों और उनके करीबियों की गिरफ्तारियां हुईं। ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच हाजी इकबाल फरार होने में कामयाब रहा। माना जा रहा है कि वह इन दिनों दुबई में है।
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब्दुल वहीद एजुकेशनल एडं चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए चलाई जा रही उनकी ग्लोकल यूनिवर्सिटी और जमीन के जब्तीकरण की कार्रवाई की है। इससे विश्वविद्यालय में भी खलबली मच गई है, यहां अध्ययनरत चार हजार के अधिक विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विद्यार्थियों के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
पुलिस ने हाजी इकबाल के खिलाफ गैंगेस्टर समेत ताबड़तोड़ 36 मुकदमे दर्ज किए। हालांकि बाद में उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद कुछ मुकदमे खारिज हो गए। हाजी इकबाल और उनके साथियों की लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर समेत 63 स्थानों पर संपत्ति चिन्हित की गई।प्रवर्तन निदेशालय की टीम पिछले एक साल से इस पर होमवर्क कर रही थी। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र से भी मामले की रिपोर्ट मांगी गई थी। डीएम ने पूरे मामले का चिट्ठा ईडी को भेजा था। ईडी की लंबी छानबीन के बाद संपत्ति जब्तीकरण की यह कार्रवाई हुई है।
4000 विद्यार्थियों के भविष्य पर सवाल
ईडी ने जिस ग्लोकल विश्वविद्यालय के जब्तीकरण की कार्रवाई की है, उसमें विभिन्न पाठ्यक्रमों के करीब चार हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस कार्रवाई के बाद से विद्यार्थियों और विश्वविद्यालय प्रबंधन में अफरातफरी मच गई है। सवाल विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर खड़ा हो रहा है। ऐसे में ईडी ने बच्चों की पढ़ाई को लेकर क्या व्यवस्था बनाई है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। जिले में ग्लोकल यूनिवर्सिटी के अलावा मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय भी है, लेकिन उसमें अभी संसाधनों का अभाव है। इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को अटैच करना संभव नहीं लग रहा है।
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हाजी इकबाल पर लगी थी गैंगस्टर
हाजी इकबाल पर पुलिस ने गैंगेस्टर की कार्रवाई की थी, जिसमें इकबाल को गिरोह का सरगना घोषित किया हुआ है। गिरोह में शामिल इकबाल उर्फ बाला के अलावा अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, आलीशान निवासीगण गांव मिर्जापुर पोल, राव लईक निवासी रायपुर, नसीम निवासी मिर्जापुर पोल पर पुलिस ने गैंगेस्टर लगाई थी। इन सभी लोगों की संपत्तियों को चिन्हित किया गया था। गैंगेस्टर के तहत जिला प्रशासन ने इकबाल और उनके साथियों की 506 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी।
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