सहारनपुर सर्राफ सुसाइड केस; 'ब्याज दे-देकर परेशान हो चुके', अब और नहीं...,सौरभ के साथ लोगों के 10 करोड़ भी डूबे
Saharanpur Jeweler Saurabh Suicide Case सोमवार को जैसे ही सौरभ की मौत की खबर शहर में पहुंची तो कमेटी डालने वाले लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। लोगों ने उसके घर के बाहर हंगामा भी किया। दंपती सुसाइड करने के लिए नई बाइक से हरिद्वार पहुंचे थे। एक-दूसरे का हाथ पकड़कर छलांग लगा दी। पत्नी के शव की तलाश की जा रही है।
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। कमेटी के खेल में सर्राफ सौरभ बब्बर करोड़ों के कर्ज में डूब गया था। पांच साल से लोग सौरभ के पास कमेटी डाल रहे थे। इस बीच करीब एक हजार लोगों ने उसके पास लगभग 10 करोड़ रुपये जमा किए, लेकिन किसी को नहीं पता था कि कि सौरभ के साथ उनकी रकम भी डूब जाएगी।
सौरभ के परिवार में पत्नी मोना के अलावा 10 साल की बेटी और एक पांच साल का बेटा हैं। सौरभ ने किशनपुरा में पांच साल से कमेटी डालनी शुरू की। लोगों को अच्छा ब्याज देकर विश्वास जीता तो लोग उससे जुड़ते चले गए। वह करीब एक हजार लोगों की पांच कमेटी चला रहा था।
काफी समय बाद भी लोगों को रुपये नहीं मिले तो उन्होंने तकादा शुरू किया। कर्ज इतना बढ़ चुका था, जिसे दे पाना सौरभ के लिए बड़ी चुनौती थी। रविवार शाम सौरभ बाइक पर पत्नी मोना को लेकर चला गया। सोमवार को सौरभ का शव बरामद हुआ, जबकि पत्नी का पता नहीं चला है। मृतक के दाेनों बच्चे गोविंद एमजेएम कॉलेज के पास पठानपुरा में नानी के पास हैं।
बंद पड़ा सौरभ का घर।
हर माह जमा करते थे दो-दो हजार
शहर निवासी ईशा, किरन, लक्ष्मी, सलोनी, साहिल, संतोष सिंह, रोजी भाटिया, रेखा, पंकज, विक्की, अशोक गाबा आदि लोगों ने बताया कि सौरभ के पास कमेटी डाली थी। हर माह दो-दो हजार रुपये कमेटी में जमा करते थे, लेकिन किसी को नहीं पता था कि सौरभ के साथ उनके रुपये भी डूब जाएंगे।संबंधित खबरः Saharanpur News: कर्ज में डूबा सर्राफ कारोबारी पत्नी संग गंगा में कूदा, आखिरी फोटो खींचकर वाट्सएप पर डाली
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