Move to Jagran APP

लोको पायलट ने कायम की मिसाल एक रुपया व नारियल लेकर सात फेरे

सरकारी नौकरी लगने के बाद कई दूल्हे शादी में दहेज की अच्छी खासी मांग तक कर लेते हैं। जिससे कई बार शादियां तक टूट जाती हैं लेकिन पाल समाज के लोको पायलट ने दहेज को धता बताकर दहेज में एक रुपया व नारियल लेकर मिसाल कायम की है। जिससे यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

By JagranEdited By: Updated: Mon, 06 Dec 2021 11:25 PM (IST)
Hero Image
लोको पायलट ने कायम की मिसाल एक रुपया व नारियल लेकर सात फेरे

सहारनपुर, जेएनएन। सरकारी नौकरी लगने के बाद कई दूल्हे शादी में दहेज की अच्छी खासी मांग तक कर लेते हैं। जिससे कई बार शादियां तक टूट जाती हैं, लेकिन पाल समाज के लोको पायलट ने दहेज को धता बताकर दहेज में एक रुपया व नारियल लेकर मिसाल कायम की है। जिससे यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

ग्राम सिंहखेड़ा पोस्ट जानखेड़ा के गुरुवचन पाल पुत्र शीशराम पाल 6 माह पहले रेलवे में लोको पायलट बन गया था। अभी हाल ही में नरेशपाल ग्राम कोलीमाजरा (सहारनपुर) की सुपुत्री सोनम के साथ इनकी शादी सहारनपुर के एक वेंकटहाल में संपन्न हुई हैं, जो एक मिसाल बन गई है।

गुरुवचन पाल ने शादी से पहले ही लड़की के स्वजन को दहेज न लेने की बात बता दी थी। गुरुवचन पाल ने बताया कि दुल्हन से बढ़कर कोई दहेज नहीं है। दहेज प्रथा का जल्दी अंत होना चाहिये। क्योंकि दहेज की भेंट असंख्य बेटियां चढ़ चुकी हैं। गुरवचन पाल के भाई मेनपाल सिंह ने बताया कि लोको पायलट बनते ही गुरुचरण पाल ने दहेज न लेने की बात बता दी थी। लड़की के पिताजी नरेशपाल गुरुवचन पाल जैसे दामाद के मिलने से बेहद खुश हैं। वहीं, बीए पढ़ी लिखी सोनम भी गुरुवचन पाल सिंह जैसे पति को पाकर अपने को धन्य मान रही है। शादी संपन्न कराने वाले पंडित रोहित शास्त्री ने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है। मेरे द्वारा ऐसे वर वधु को फेरे कराने का अवसर मिला है। मुन्नालाल कालेज में हुई कार्यशाला

सहारनपुर, जेएनएन। मुन्नालाल एंड जयनारायण खेमका ग‌र्ल्स कालेज में स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत फूड प्रोसेसिग कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान छात्राओं को आंवला का मुरब्बा बनाने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।

सोमवार को चिलकाना रोड स्थित कालेज के बाजोरिया सभागार में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि एक फूड इंडस्ट्री के डायरेक्टर सचिन गुप्ता ने छात्राओं को फूड प्रोसेसिग के महत्व और लाभ के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला के दौरान छात्राओं को आंवला का मुरब्बा बनाने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। मुरब्बा बनाने के बाद छात्राओं ने पैकेजिग की प्रक्रिया भी सीखी। इस दौरान फूड प्रोसिसिग से संबंधी छात्राओं के कई सवालों का जवाब दिया।

प्राचार्या प्रो. पंकज छाबड़ा ने सचिन गुूप्ता को कालेज में प्रशिक्षण देने के लिए आभार जताया। कार्यशाला में स्किल डेवलपमेंट एवं फूड प्रोसेसिग की कोआर्डिनेटर डा. विनीता दुबे, डा.सीमा, डा. नीतू, वैशाली, हिमानी, डा. कमलप्रीत, आदेश, आनंद आदि मौजूद रहे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।