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सहारनपुर में पथराव केस में उपद्रवी चिह्नित, धरपकड़ में जुटी पुलिस; 13 आरोपितों की हुई गिरफ्तारी

Saharanpur News सहारनपुर के शेखपुरा में यति नरसिंहानंद के पैगंबर पर दिए बयान के विरोध में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। पुलिस ने वीडियो फुटेज के जरिए 30 से ज्यादा उपद्रवियों की पहचान कर ली है। वहीं बसपा सपा कांग्रेस और आप ने एसएसपी से मुलाकात कर गांव में दबिश रोकने की मांग की है।

By Vishva Pratap Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 09 Oct 2024 03:09 PM (IST)
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तीस से ज्यादा उपद्रवी चिह्नित, धरपकड़ में जुटी पुलिस
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। डासना देवी मंदिर के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के पैगंबर पर दिए बयान के विरोध में रविवार को शेखपुरा कदीम गांव में एकत्र हुई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। मामले में पुलिस ने 20 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

दबोचे गए 13 आरोपितों को जेल भेजने के बाद सोमवार रात पुलिस गांव में दबिश दी, लेकिन आरोपित हत्थे नहीं चढ़े। वीडियो फुटेज के जरिए पुलिस 30 से ज्यादा उपद्रवियों की पहचान कर चुकी है।

यति नरसिंहानंद के बयान के विरोध में रविवार को कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव शेखपुरा कदीम में हुए बवाल के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाया हुआ है। ग्रामीणों की मदद और वीडियो फुटेज के जरिए पुलिस पर पथराव में शामिल उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।

थाना प्रभारी चंद्रसेन सैनी ने बताया कि घटना के बाद से कारी नौशाद समेत सभी आरोपित फरार हैं। सामान्य हो रहे हालात गांव शेखपुरा कदीम में मंगलवार शाम को हालात सामान्य होते दिखे। शिव मंदिर चौक पर चहल-पहल दिखाई दी। हालांकि रेती चौक पर इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए। पूर्व प्रधान राव खुर्रम ने बताया कि दबिश के डर से काफी लोग फरार हैं।

घटना निंदनीय, बेकसूरों का न हो उत्पीड़न

जनेश्वर घटना को लेकर बसपा पदाधिकारियों ने मंगलवार को एसएसपी से मुलाकात की। उन्होंने घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन निर्दोषों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। मंडल प्रभारी नरेश गौतम, जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद, आसिफ अली, सरफराज, वेदप्रकाश आदि मौजूद रहे।

सपा-कांग्रेस, आप पदाधिकारी बोले- बंद की जाएं दबिश

शेखपुरा कदीम में हुए बवाल के मामले में सपा, कांग्रेस और आप के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से गांव में दबिश रोकने की मांग की। कहा कि वीडियो में पत्थरबाजी करते दिख रहे लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तारी की जाए। पुलिस यम बरते और दबिश के बजाय आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गांव के संभ्रांत लोगों की मदद ले।

प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद फजलुर्रहमान, बेहट विधायक उमर अली खान, सपा जिलाध्यक्ष अब्दुल वाहिद, पूर्व विरेंद्र ठाकुर, मांगेराम कश्यप, अब्दुल गफूर, नाजिम प्रधान, कांग्रेस नेता मुजफ्फर अली, आप नेता योगेश दहिया आदि शामिल रहे।

एसपी सिटी, अभिमन्यु मांगलिक ने बताया- वीडियो फुटेज के जरिए 30-35 आरोपितों की पहचान की जा चुकी है। सभी आरोपित घरों से फरार हैं। गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।

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