व्यापारियों के फरमाइश पर अजीम शायर नवाज देवबंदी ने सुनाई शायरी, लॉकडाउन के खुबियों पर की चर्चा Saharnpur News
अजीम शायर नवाज देवबंदी रहे मुख्य अतिथि के तौर पर रहे जिनसे व्यापारियों ने अनुभव साझा किया। एक घंटे के कार्यक्रम में व्यापारियों की फरमाइश पर कई शेर सुनाए।
By Prem BhattEdited By: Updated: Sat, 02 May 2020 09:52 PM (IST)
सहारनपुर, जेएनएन। व्यापार के नफा-नुकसान की फिक्र और न लॉकडाउन का तनाव। बीच-बीच में शेर-ओ-शायरी भी होती तो माहौल अदबी बन जाता था। मौका था आनलाइन संवाद का, जिसके मुख्य अतिथि थे अजीम शायर डा. नवाज देवबंदी। फुर्सत के लम्हों में डा. नवाज ने अपने अनुभव भी साझा किए। इस दौरान बदले हालात में सिर्फ व्यापार के प्रभावित होने की ही चर्चा नहीं हुई, बल्कि मोहब्बत पर भी गुफ्तगू चलती रही। व्यापारियों की फरमाइश पर डा. नवाज ने शायरी और कविताएं भी गुनगुनाईं।
दरअसल, सहारनपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल की ओर से शनिवार को आनलाइन संवाद कार्यक्रम 'कुछ क्षण डा. नवाज देवबंदी के संग का आयोजन किया गया। सहारनपुर के अलावा अलग-अलग शहरों के व्यापारियों का डा. नवाज देवबंदी से ऑनलाइन संवाद हुआ। जूम एप पर दोपहर एक बजे से दो बजे तक कार्यक्रम चला। व्यापारियों ने लॉकडाउन के दौरान घर में रहने के अनुभवों को डा. नवाज देवबंदी के साथ साझा किया और डा. देवबंदी ने भी घर में रहने को ही इस लाइलाज बीमारी से बचाव का सबसे बेहतर और एकमात्र उपाय बताया।
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व पर चर्चा के दौरान डा. नवाज देवबंदी ने कहा कि लॉकडाउन ने हमारी पूरी जीवन शैली बदल दी है। इससे तमाम नुकसान हुए हैं। व्यापार भी प्रभावित हुआ है लेकिन हालातों के मद्देननजर इसके काफी फायदे भी हैं। लॉकडाउन ने हमारे परिवार को हमारे करीब ला दिया है। आम दिनों में अमूमन यह होता था कि जब हम अपने व्यापार से लौटते थे तो बच्चे सोए हुए मिलते थे और जब हम सुबह उठते थे तो बच्चे स्कूल चले जाते थे। परिवार के साथ रहकर भी कारोबारी अपनों से बिछुड़ा सा ही रहता था। लेकिन अब अपने बच्चों के साथ रहने और उनसे बात कहने-सुनने का मौका मिल रहा है। मौजूदा समय में हम पारिवारिक सुख का वास्तविक अनुभव कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लॉकडाउन से ही इस खतरनाक बीमारी का जड़ से खात्मा हो सकेगा।
ये व्यापारी रहे शामिलसंवाद में सहारनपुर के व्यापारी सुरेंद्र मोहन चावला, विवेक मिनोचा, शिव गौड़, एसके दुआ, मनीष कच्छल, देवबंद से दीपकराज सिंह, रुड़की से ललित कुमार, कानपुर से सचिन कुमार के अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर, खतौली के कई व्यापारी शामिल रहे।
ऑनलाइन संवाद अनूठा अनुभव : देवबंदी डा. नवाज देवबंदी ने कहा कि व्यापारियों से ऑनलाइन संवाद का अनुभव अनूठा रहा। व्यापारी लॉकडाउन के दौरान व्यापार के नुकसान की परवाह किए बिना इस महामारी के खिलाफ एकजुट दिखे। इस आपदा से सभी को नई दिशा मिली है। पूरा देश एकजुटता से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। जल्द ही इस बीमारी से निजात भी मिलने की उम्मीद है।
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