UP News: यूपी के इस जिले में 22 जनवरी को मांस की दुकानें और स्लाटर हाउस रहेंगे बंद, अधिकारी ने जारी किए आदेश
Meat Shop And Slaughterhouse Closed 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह है। यूपी में योगी सरकार ने इस दिन सभी शराब की दुकानें और स्कूल कॉलेज बंद करने के लिए अवकाश घाेषित कर दिया है। वहीं मांस और स्लाटर हाउस पर भी अब तालाबंदी के लिए सहारनपुर के नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. संदीप मिश्रा ने आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को महानगर की समस्त पशु वधशाला व मीट की सभी दुकानें बंद रहेंगी।
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. संदीप मिश्रा ने आदेश जारी कर कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी सोमवार को राम जन्म भूमि परिसर में निर्मित श्री राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। 22 जनवरी को नगर निगम सहारनपुर सीमा अंतर्गत समस्त पशु वधशाला, मांस, मछली, मुर्गा आदि की दुकानें बंद रहेंगी। यदि कोई पशु वधशाला या मांस की दुकान खुली तो कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम की टीम ने चलाया अभियान
उधर नगर निगम द्वारा पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. संदीप मिश्र के नेतृत्व में जैन बाग, मदनपुरी कालोनी व बासठ फुटा आदि क्षेत्रों में निरीक्षण में सात पशु डेरी संचालक नालियों में गोबर बहाते पाए गए। उक्त डेरी संचालकों पर 15 हजार रुपये जुर्माना लगाया तथा सभी को नोटिस भी दिए हैं। कार्रवाई के दौरान सफाई निरीक्षक मनोज कुमार व प्रवर्तन दल के प्यार सिंह, विक्रम और प्रवीण आदि मौजूद रहे।
कक्षा आठ तक सभी स्कूल 19 तक बंद
कड़ाके की ठंड के चलते डीएम डा. दिनेश चंद्र के निर्देशों के अनुपालन में बीएसए द्वारा जिले के नर्सरी से कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों में 19 जनवरी तक का अवकाश घोषित किया है। बीएसए डा. विनीता ने बताया कि यूपी बोर्ड, सीबीएसइ, आइसीएसइ व अन्य सभी बोर्ड के अंतर्गत संचालित मान्यता प्राप्त कक्षा नर्सरी से कक्षा आठ के तक सभी स्कूलों में 19 जनवरी तक का अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने स्कूलों को आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, माध्यमिक स्कूलों में जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद कुमार के निर्देशों के क्रम में पहले से ही 19 जनवरी तक अवकाश घोषित है। स्कूलों में कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक एवं शिक्षेणत्तर कर्मचारी स्कूल में उपस्थित रहकर अन्य विभागीय निर्देशों के क्रम में अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।