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UP News: सड़कें हो गईं थी छोटी, पता चला ये तो अतिक्रमण है... अब यूपी की स्मार्ट सिटी में चल सकता है बुलडोजर

Bulldozer Punishment मेरठ में अतिक्रमण से सड़कें सिकुड़ रहीं हैं। इसकी वजह से सड़कों पर जाम भी लग जाता है। नगर निगम द्वारा स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम द्वारा अभियान तो चलाया जाता है लेकिन अतिक्रमण फिर भी जारी है। दुकानों को तीन से चार फुट आगे बढ़ाकर सड़कों पर सामान रखा गया है।

By Sanju Kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 08 Aug 2024 08:14 PM (IST)
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अतिक्रमण से सिकुड़ रही सड़कें, बाजारों का जाम बना मुसीबत

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। स्मार्ट सिटी में अतिक्रमण से शहर के बाजारों की सड़क छोटी हो गई है। दुकानों का सामान सड़कों पर रखा हुआ है। इसके अलावा लोगों ने नालों पर भी दुकान जमा ली है। जिसकी वजह से यातायात व्यवस्था बिगड़ जाती है और लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।

नगर निगम द्वारा स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम द्वारा अभियान तो चलाया जाता है, लेकिन अतिक्रमण फिर भी जारी है। शहर के लिए सड़कों पर अतिक्रमण बड़ी समस्या बन गया है। बाजारों में दिनभर जाम की समस्या के कारण खरीददारी करना तक दूभर हो जाता है।

स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में करीब 915 करोड रुपये के 103 प्रोजेक्ट में से 29 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, लेकिन अतिक्रमण की समस्या फिर भी कम नहीं हुई। शहर के प्रोजेक्ट में मल्टीलेवल पार्किंग तक शामिल नहीं की गई। शहर की सड़क पार्किंग बन गई है। इसके अलावा दुकानों का सामान के कारण सड़क भी छोटी हो गई है। अतिक्रमण के कारण बाजारों में खरीददारी करना तक मुश्किल हो जाता है।

प्रताप मार्केट, जोगयान पुल, फव्वारा चौक, सब्जी मंडी, देहरादून रोड, घंटाघर, जीपीओ रोड, अग्रसैन चौक, फ्लाइओवर के नीचे खलासी लाइन, पुराना शुगर मिल, लोहानी सराय मोड, गंगोह रोड, इस्लामिया इंटर कालेज, पक्का बाग, पिलखन तला, रायवाला, प्रताप नगर, निसार रोड, करेंजी नाले के पास, नेहरू मार्केट, शारदा नगर, पेपर मिल रोड, शेरगंज, कुतुबशेर के थाना क्षेत्र के लेबर कालोनी, पुलिस चौकी, अतिक्रमण के कारण निकलना मुश्किल हो जाता है।

रेहड़ियां सड़कों के बीच में खड़ी होती है। दुकानों को तीन से चार फुट आगे बढ़ाकर सड़कों पर सामान रखा गया है। यहां की सड़कों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। लोगों को रोजाना जाम की समस्या उठानी पड़ती है। पुराने शहर के इलाकों में नालों पर बने स्लैब पर टायर और गोदामों का सामान रखा हुआ है।

अभियान से बढ़ती है नगर निगम की आय

नगर निगम के अधिकारी पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान चलाते है, लेकिन यह अभियान महज दिखावे के लिए चलाया जाता है। अभियान चलाने से निगम की आय तो बढ़ती है, लेकिन अतिक्रमण की समस्या खत्म नहीं होती है।

इनका कहना

सड़कों पर जारी अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम को सख्त अभियान चलाना चाहिए। ताकि अतिक्रमण को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। नालों पर दुकान बना दी गई है। जिसके कारण सफाई भी नहीं हो पाती है। - दीपक, दुकानदार

अतिक्रमण के कारण बाजारों में जाम की बड़ी समस्या है। बाजारों में वाहनों को सड़कों पर खड़ा कर दिया जाता है। दुकान कई-कई फुट तक बढ़ा ली गई है। जिससे जाम की समस्या बनती है। इस पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जानी चाहिए। - रोहित, फिजियोथेरेपी सेंटर संचालक

अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाता है। उन पर जुर्माने के साथ कार्रवाई की जाती है। जून माह में अभियान चलाया तो कुछ दुकानदारों का सामान जब्त किया गया था। सूचना पर टीम को मौके पर भेजा जाता है और स्थान को अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है। - सुधीर शर्मा, अतिक्रमण प्रभारी

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