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जमीन हथियाने के लिए भाजपा नेता ने रचा षडयंत्र, खुद को गोली मार 3 निर्दोषों को फंसाया; इस तरह हुआ खुलासा

भाजपा नेता ने जमीन हथियाने के लिए एक शातिर चाल चली जिसमें पुलिस भी फंस गई। दोबारा जांच में खुलासा हुआ कि किस तरह नेता ने तीन निर्दोषों को फंसाया। सीएम के आदेश पर केस की दोबारा जांच हुई और सच्चाई सामने आई। खुलासा होने के बाद भाजपा नेता और कंपाउंडरों सहित चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। निर्दोषों को रिहा करने के आदेश दिए गए।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Fri, 06 Sep 2024 06:31 PM (IST)
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निर्दोषों को फंसाने के आरोप में भाजपा नेता व कंपाउंडरों समेत चार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, चंदौसी। जमीन हथियाने के लिए भाजपा नेता ने ऐसा जाल बुना कि पुलिस भी उसमें फंस गई। दोबारा हुई जांच में जो कहानी सामने आई है, उसके अनुसार दूसरे लोगों को फंसाने के लिए भाजपा नेता ने दो कंपाउंडरों की मदद से अपनी पीट में चीरा लगवाकर गोली डलवाई थी।

एक्स-रे कराया गया तो उसमें भी गोली फंसी नजर आई। पुलिस ने भी घायल के भाई की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर रात में ही घरों में सो रहे तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया और तमंचा भी बरामद कर लिया।

दोबारा विवेचना में सामने आई असलियत

तीनों को जेल भेजने के बाद कोतवाली पुलिस सुकून में थी, लेकिन उप मुख्यमंत्री के आदेश पर जब इस मामले की दोबारा विवेचना हुई तो असलियत सामने आई। अब निर्दोष जेल भेजे गए लोगों को रिहा करने के आदेश कोर्ट ने दिए हैं। 

27 जुलाई को डायल 112 पर मिली थी गोली मार देने की सूचना

घटनाक्रम के अनुसार बीती 27 जुलाई को रात लगभग दस बजे डायल 112 को सूचना दी गई कि कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पतरौआ की हद में सैनिक चौराहे के पास गोली मार दी है। सूचना पर पीआरवी व थाना कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। यहां पता लगा कि 56 वर्षीय प्रेमपाल निवासी मुहल्ला लोधियान भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के नगर अध्यक्ष हैं।

घायल को चंदौसी सीएचसी लाया गया। यहां से संभल जिला अस्पताल और इसके बाद मुरादाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रास्ते में घेरकर मारी थी गोली

पुलिस को दिए बयान में प्रेमपाल ने बताया था कि वह बहजोई में आयोजित व्यापार मंडल की बैठक में शामिल होकर लौट रहा था कि रास्ते में उसी के मुहल्ला लोधियान निवासी दिलीप एवं हेमंत पुत्रगण भागीरथ तथा श्यामलाल पुत्र रामचंद्र ने रास्ते में घेरकर उसे गोली मार दी।

प्रेमपाल के भाई से तहरीर लेकर पुलिस तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रात में ही तोनों को घर में सोते समय पकड़ लिया और तमंचा लगाकर उनका चालान कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने भी गोली मारने की घटना का पर्दाफाश होने का बयान जारी कर दिया था।

हत्या में निर्दोषों को फंसाने की चर्चा 

हालांकि पहले दिन से पूरे शहर में चर्चा थी कि तीनों लोगों को निर्दोष फंसाया गया है। स्वजन की ओर से अफसरों से निष्पक्ष जांच कराने की लगातार गुहार की जाती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद दिलीप व हेमंत की मां उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दरबार में पहुंच गई और अपनी व्यथा उनके सामने रखी और निर्दोष बेटों को बचाने की गुहार की। डिप्टी सीएम के आदेश पर दोबारा जांच हुई तो असलियत सामने आ गई।

पुलिस ने निर्दोषों को फंसाने के आरोप में भेजा जेल

इसके बाद पुलिस ने खुद को घायल करने का षड्यंत्र रचने और निर्दोषों को हत्या के प्रयास में फंसाने के आरोप में भाजपा नेता प्रेमपाल, शहर के ही एक नर्सिंग होम में कार्यरत कंपाउंडर आमिर अली, निवासी रहोली थाना कुढ़ फतेहगढ़, शराफत निवासी ग्राम नगला पुरवा थाना कुढ़ फतेहगढ़ तथा राहुल वाल्मीकि निवासी बैरीखेड़ा थाना बनियाठेर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

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