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UP News: पहाड़ों पर बादल फटने से फिर उफनाई गंगा, अलर्ट पर प्रशासन; सभी बाढ़ चौकियों को क‍िया गया सक्र‍िय

बार‍िश की वजह से गंगा की सहयोगी नदियां मंदाकिनी अलकनंदा और भागीरथी भी उफान पर हैं। इस वजह से मैदानी इलाकों में भी गंगा नदी एक बार फिर से उफना गई है। हरिद्वार भीमगोड़ा बैराज से छोड़े जा रहे 1.05 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद बिजनौर बैराज पर भी जल स्तर बढ़ गया है और शाम तक नरौरा पर भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Thu, 01 Aug 2024 10:11 AM (IST)
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गंगा की सहयोगी नदियां मंदाकिनी, अलकनंदा और भागीरथी भी उफान पर हैं।- सांकेत‍िक तस्‍वीर
संवाद सहयोगी, बहजोई। उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी किया गया है तो वहीं, पिछले 24 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। केदारनाथ में बादल भी फटा है, जिसके चलते गंगा की सहयोगी नदियां मंदाकिनी, अलकनंदा और भागीरथी भी उफान पर हैं। जिसके चलते मैदानी इलाकों में भी गंगा नदी एक बार फिर से उफना गई है। हरिद्वार भीमगोड़ा बैराज से छोड़े जा रहे 1.05 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद बिजनौर बैराज पर भी जल स्तर बढ़ गया है और शाम तक नरौरा पर भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा। सामान्यता एक क्यूसेक का अर्थ एक सेकंड में 28.317 लीटर पानी छोड़ा जाता है।

चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज नरौरा पर गुरुवार की सुबह छह बजे कुल 1,01,603 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसमें मुख्य गंगा नदी में 86,603 क्यूसेक, जबकि दोनों नहरों में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वर्तमान में यहां का जल स्तर 177.574 मीटर बना हुआ है जो कि खतरे के निशान 178.765 मीटर ( 2.50 लाख क्यूसेक) से नीचे हैं।

वहीं, गंगा बैराज बिजनौर में जल स्तर 221.50 मीटर बना हुआ है, यहां से 1,29,683 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसमें मुख्य गंगा नदी में 1,18,903 क्यूसेक अपनी बना हुआ है। इससे पहले हरिद्वार में भी लगातार पानी बढ़ा हुआ है, जहां सुबह आठ बजे 1,05,018 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

सिंचाई विभाग नरौरा खंड के सहायक अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि बिजनौर और हरिद्वार में जल स्तर की रिपोर्ट के आधार पर नरौरा गंगा बैराज से भी शाम तक अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना है। अगर पहाड़ों पर बारिश लगातार जारी रही तो गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ता रहेगा।

बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता गया और यह 2.50 लाख क्यूसेक से अधिक पहुंच गया तो बाढ़ आशंकित गांव रघुपुर पुख्ता, उदिया नगला, तोतापुर, बझांगी, भावरू की मढ़इयां आदि गांवों में बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है।

जुनावई क्षेत्र में सक्रिय की गई बाढ़ चौकियां

बहजोई: गुन्नौर के एसडीएम दीपक चौधरी के अनुसार गंगा नदी में एक बार फिर से जल स्तर बढ़ेगा। इसके चलते बाढ़ आशंकित गांवों में स्थापित सभी चौकियां एक बार फिर से सक्रिय की गईं है। लेखपाल और कानूनगो की टीम के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों की टीम को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि गुरुवार की शाम को पानी बढ़ने के बाद की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

राजघाट गंगा तट पर पुलिस भी हुई सतर्क

बहजोई: दो अगस्त को शिवरात्रि के चलते एक दिन पहले ही गंगा घाट पर शिव भक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया है, जहां पर गंगा स्नान के दौरान शिव भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बैरिकेड का दायरा बढ़ाया जा रहा है।

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