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आढ़तियों पर पहुंच रहा गेहूं, सूने पड़े क्रय केंद्र

सम्भल : गेहूं का सीजन एक अप्रैल से शुरू हो गया है। सरकारी तंत्र का हाल बेहाल है। मंडी समि

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Apr 2018 01:37 AM (IST)Updated: Sat, 07 Apr 2018 01:37 AM (IST)
आढ़तियों पर पहुंच रहा गेहूं, सूने पड़े क्रय केंद्र

सम्भल : गेहूं का सीजन एक अप्रैल से शुरू हो गया है। सरकारी तंत्र का हाल बेहाल है। मंडी समिति में आढ़तियों पर गेहूं पहुंच रहा है। सरकारी क्रय केंद्र सूने पड़े हैं। क्रय केंद्र संचालक गेहूं न आने की बात कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं प्रचार प्रसार के अभाव में किसानों को जानकारी ही नहीं है कि सरकारी क्रय केंद्र कहां खोले गए हैं। हालांकि अभी नाम मात्र को मंडी में गेहूं पहुंच रहा है। यही हाल रहा तो किसानों से खुलेआम लूट निश्चित है। किसान औने पौने दाम में अपनी खून पसीने से तैयार गेहूं की फसल को बेचने के लिए मजबूर होंगे। किसान सरकार के घोषित समर्थन मूल्य का लाभ नहीं उठा सकेंगे। गुरुवार को जब जागरण की स्थानीय टीम ने मंडी समिति का दौरा किया तो क्रय केंद्रों का हाल चौकाने वाला था।

नवीन मंडी स्थल सम्भल क्षेत्र में कुल पंद्रह सरकारी क्रय केंद्र खोले गए हैं। जिनमें खाद्य एवं रसद आरएफसी, एसएफसी, पीसीयू और कर्मचारी कल्याण समिति का क्रय केंद्र मंडी समिति और बाकी ग्रामीण अंचलों में खोले गए हैं। सीजन के पहले दिन से ही मंडी प्रशासन क्रय केंद्र खुले होने का दावा कर रहा है। वहीं जब क्रय केंद्रों का दौरा किया तो एसएफसी के क्रय केंद्र पर केंद्र इंचार्ज उपस्थित नहीं मिले। ठेकेदार और कर्मचारी ही थे। पता करने पर अभी तक यहां कोई तौल नहीं हो सकी है। ठेकेदार हबीब का कहना था कि गेहूं आना शुरू नहीं हुआ है। यही हाल आरएफसी क्रय केंद्र का मिला। यहां केंद्र इंचार्ज अनिल कुमार वर्मा हाथ पर हाथ धरे बैठे मिले। इनका कहना था कि फसल की कटाई देरी से शुरू होने से क्रय केंद्र पर गेहूं नहीं आ रहा है। इसके अलावा पीसीयू और कर्मचारी कल्याण समिति के क्रय केंद्र पर सन्नाटा मिला। यहां कर्मचारी भी नहीं मिले। न ही कर्मचारियों आदि के लिए मेज कुर्सी मिली। इसके बाद जब मंडी परिसर में भ्रमण किया तो यहां एक आढ़ती की दुकान पर किसान गेहूं की तौल करा रहे थे। किसानों से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें नहीं मालूम कि सरकारी क्रय केंद्र मंडी में किस स्थान पर खोले गए हैं। जहां किसानों से गेहूं सरकारी रेट से 100 रुपये कम 1635 रुपये प्रति ¨क्वटल खरीदा जा रहा था। जबकि सरकारी रेट 1735 है। दो और क्रय केंद्र खुलने की उम्मीद

सम्भल: मंडी समिति में गेहूं खरीद को चार सरकारी क्रय केंद्र खोले गए हैं। यहां निफिड और एनसीसीएफ संस्था का भी क्रय केंद्र खोले जाने की उम्मीद जताई जा रही है। मंडी से मिली जानकारी के अनुसार एनसीसीएफ का क्रय केंद्र पहली बार खुलेगा। एनसीसीएफ संस्था नई बताई जा रही है। बोले किसान :

निबोरा गांव के किसान हेम ¨सह यादव मंडी समिति में गेहूं बेचने आए थे। क्रय केंद्रों पर गेहूं न बेच कर आढ़तियों को गेहूं बेचा। पूछने पर बताया कि गेहूं 1635 रुपये प्रति ¨क्वटल तय हुआ है। मंडी में सरकारी क्रय केंद्र कहां खोला गया है। पता नहीं था।

गांव निबोरा निवासी मथुरा ¨सह भी आढ़त पर गेहूं बेचने आए थे, इन्हें भी क्रय केंद्र की जानकारी नहीं थी, साथ ही इनका कहना था कि मजबूरी में गेहूं बेचने आए हैं, आढ़त पर नकद भुगतान मिलेगा। इसीलिए आढ़त पर ही गेहूं का सौदा किया गया। सरकारी क्रय केंद्रों पर भुगतान में देरी होती है।


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