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Sambhal News: पिता की आखिरी निशानी तोड़ी, राज्यमंत्री गुलाब देवी ने जनहित में लिया भावुक कर देने वाला फैसला

चंदौसी में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत राज्यमंत्री गुलाब देवी ने अपनी ही दुकान पर हथौड़ा चलाया। यह पल उनके लिए भावुक करने वाला था क्योंकि यह दुकान उनके पिता की आखिरी निशानी थी। उन्होंने कहा कि जनहित में चल रहे इस अभियान में हर नागरिक प्रशासन का सहयोग कर रहा है और वह खुद को जनता से अलग नहीं मानतीं।

By Jagran News Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 17 Nov 2024 08:57 PM (IST)
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राज्यमंत्री गुलाब देवी ने अपनी 40 साल पुरानी दुकान पर हथौड़ा चलाया। (तस्वीर जागरण)
जागरण संवाददाता, चंदौसी (संभल)। चंदौसी शहर में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे महाभियान के तहत राज्यमंत्री गुलाब देवी ने रविवार को अपनी ही दुकान पर हथौड़ा चलाया और उसे तुड़वाना शुरू किया। यह दृश्य उनके लिए बेहद भावुक करने वाला था, क्योंकि यह दुकान उनके पिता की निशानी थी, जिन्होंने कई दशकों तक इस दुकान में प्रेस करने का काम किया था।

इस दौरान राज्यमंत्री ने कहा कि जनहित में चल रहे इस अभियान में हर नागरिक प्रशासन का सहयोग कर रहा है, वह खुद को जनता से अलग नहीं मान सकतीं। उनका मानना है कि शहर का विकास ही सभी के बेहतर भविष्य की दिशा तय करेगा, इसलिए वह इस कार्रवाई का हिस्सा बन रही हैं। भले ही यह उनके लिए व्यक्तिगत रूप से कठिन हो।

अतिक्रमण को तेजी से हटाया जा रहा है

चंदौसी में पिछले दस दिनों से नालों के ऊपर किए गए अवैध निर्माण और नगरपालिका की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। इस दौरान प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से शहर में अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की। शनिवार को सुभाष रोड पर विशेष रूप से अवैध रूप से शासकीय सड़कों और नालों के ऊपर बनाई गई इमारतों को गिराने का काम शुरू किया गया था। इस दौरान प्रशासन ने कुछ दुकानदारों और नागरिकों को एक दिन का समय दिया था, ताकि वे अपनी संपत्ति खुद ही हटा लें।

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मेरे पिता की आखिरी निशानी थी दुकान- राज्यमंत्री

राज्यमंत्री गुलाब देवी की दुकानों को शनिवार को तोड़ा नहीं गया था, लेकिन रविवार को जिला अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और डिप्टी कलक्टर विनय मिश्रा उनसे मिले और इसके बाद राज्यमंत्री ने खुद अपनी दुकान को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने भावुक होते हुए मीडिया से कहा कि यह दुकान उनके पिता की निशानी है, जिन्होंने यहां लंबे समय तक काम किया। उन्होंने अफसोस जताया कि यह दुकान उनके लिए बहुत मायने रखती थी, लेकिन जब हर व्यक्ति से समान रूप से कार्रवाई हो रही है, तो वह इस अभियान से बाहर नहीं रह सकतीं।

राज्यमंत्री ने कहा कि शहर का कायाकल्प होगा और यह अब सुंदर दिखाई देगा। उनके अनुसार, अगर यह बदलाव शहर की भलाई के लिए है तो यह दुखद होने के बावजूद जरूरी था। उन्होंने यह भी बताया कि अतिक्रमण हटाने का यह अभियान शहर के विकास के लिए आवश्यक था और वह इस अभियान में शामिल होकर अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं।

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