Lok Sabha Election: 94 साल के सांसद डा. बर्क दौड़ाएंगे अखिलेश यादव की साइकिल, आजम खां के विकल्प के लिए चुनावी शतरंज पर बिसात बिछाई
विरोध के किसी भी स्वर को उभरने से पहले ही थामा 2019 के प्रत्याशी चयन की गलती से भी सपा बची पहले ही घोषित कर दिया उम्मीदवार रामपुर में आजम खां जेल में तो पश्चिमी उप्र में किसी बड़े मुस्लिम चेहरे की तलाश भी पूरी मुस्लिम राजनीति के रीढ डा. बर्क के सहारे चुनावी नैया पार करने की तैयारी में समाजवादी पार्टी
जागरण संवाददाता, राघवेन्द्र शुक्ल, संभल। वर्ष 2019 के चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर उहापोह, भितरघात, गुणा गणित के फेर से आखिरकार समाजवादी पार्टी ने सबक ले लिया और 2024 के चुनावी ऐलान के पहले ही साइकिल की नैय्या पार कराने वाले सवार सामने ला दिए।
पार्टी ने संभल लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद डा. शफीकुुर्रहमान बर्क पर ही दांव खेला है। 94 साल की उम्र वाले सपा सांसद डा. बर्क के राजनीतिक अनुभव का पूरा लाभ भी सपा उठाने को तैयार है। खासकर पश्चिमी उप्र में मुस्लिम मतों में प्रभावी घुसपैठ ही पार्टी का प्रथम लक्ष्य है।
आजम का विकल्प
रामपुर से आजम खां के सितारे गर्दिश में हैं तो इसका विकल्प लोकसभा चुनाव में डा. शफीकुर्रहमान बर्क को बनाने के लिए यह शतरंज की बिसात बिछाई गई है। हालांकि पश्चिमी उप्र में किसका पलडा भारी होगा यह तो बाद की बात है लेकिन रालोद के जरिए जाट वोट और मुस्लिम वोट के सहारे लोकसभा की नैय्या पार कराने की पूरी तैयारी में सपा में हैं। हालांकि इस बार की तस्वीर 2019 से कुछ अलग दिखेगी।Read Also: UP Unique Wedding: यूपी के इस शहर में हुई अनोखी शादी; मुंह दिखाई से पहले रामायण की चौपाई, सात नहीं चार फेरों में दुल्हन की विदाई
बसपा का वोट किधर जाएगा
बसपा का साथ है नहीं और दलित वोट किधर जाएगा यह प्रमुख रूप से पश्चिमी उप्र में जीत की रणनीति तय करने में बड़ा फैक्टर बनने वाला है। 50 साल के राजनीतिक जीवन को जीने वाले 94 वर्षीय डा. शफीकुर्रहमान बर्क पर फिर से सपा के संभल में चेहरे बन गए हैं। इनका बड़ा चेहरा सपा को कितना लाभ देगा यह तो बाद की बात है लेकिन संभल सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाकर समाजवादी पार्टी ने बसपा और भाजपा को सोचने पर विवश किया है।Read Also: Bareilly News: माता-पिता के हत्यारे को फांसी की सजा; जज ने रामचरित मानस की चौपाई का किया उल्लेख, कहा-दोषी को दंड देना जरूरी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।बड़े अंतर से जीते थे बर्क
1,74,826 मतों के विशाल अंतर से भाजपा को पटखनी देने वाले डा. बर्क को 2019 में बसपा का भी साथ मिला था। दलित वोट का एकतरफा पड़ना इनके लिए फायदेमंद भी रहा लेकिन इस बार यह तस्वीर अलग बन चुकी है। ऐसे में अपनी सीट को जीतना तथा पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप पश्चिमी उप्र की मुस्लिम बहुल अन्य सीटों पर साइकिल की रफ्तार बढाना भी इनके सामने चुनौती के रूप में सामने आएगा।लोकसभा सदस्य डा. शफीकुर्रहमान बर्क का राजनीतिक सफर
- 1974-1977- विधायक - भारतीय किसान दल - संभल
- 1977-1980 - विधायक - जनता पार्टी- संभल
- 1985-1989 - विधायक - लोक दल - संभल
- 1989-1991 - विधायक - जनता दल - संभल
- 1996-1998 - लोकसभा सदस्य- समाजवादी पार्टी−मुरादाबाद
- 1998-1999 - लोकसभा सदस्य- समाजवादी पार्टी- मुरादाबाद
- 2004-2009 - लोकसभा सदस्य- समाजवादी पार्टी- मुरादाबाद
- 2009-2014- लोकसभा सदस्य- बहुजन समाज पार्टी- संभल
- 2019-अब तक -लोकसभा सदस्य- समाजवादी पार्टी - संभल