'अखिलेश के इशारे पर स्वामी कर रहे अनर्गल बयानबाजी', कल्कि महोत्सव में शामिल हुए ओपी राजभर का सपा पर वार
OP Rajbhar In Kalki Mahotsav कल्कि महोत्सव के पहले दिन सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी कार्यक्रम में पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि आचार्य प्रमाेद कृष्णम से उनकी दिल्ली से मुलाकात हुई थी। जहां उन्होंने उन्हें कल्कि महोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। राजभर ने कहा जब वह कल्कि महोत्सव में आये तो महसूस हुआ कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा है तब-तब...
By Shobhit KumarEdited By: riya.pandeyUpdated: Mon, 20 Nov 2023 02:18 PM (IST)
जागरण संवाददाता, संभल। OP Rajbhar In Kalki Mahotsav: कल्कि महोत्सव के पहले दिन सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी कार्यक्रम में पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि आचार्य प्रमाेद कृष्णम से उनकी दिल्ली से मुलाकात हुई थी। जहां उन्होंने उन्हें कल्कि महोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया था।
राजभर ने कहा कि जब वह कल्कि महोत्सव में आये तो महसूस हुआ कि जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ा है तब तक भगवान विष्णु ने अवतार लिया है जो आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। यहां आकर मैं अपने आप को धन्य समझ रहा हूं क्योंकि राजनीतिक मुलाकात होती रहती थी, लेकिन यहां आने के बाद मुझे गर्व महसूस हुआ कि मुझे पहले आना चाहिए था, लेकिन देर आये दुरुस्त आये।
आचार्य प्रमोद कृष्णम के भाजपा में आने की बात के बारे में जब उनसे पूछा गया तो हंस कर आचार्य से ही इस बारे में पूछने के लिए कहा। मैं यहां पर राजनतिक रूप से नहीं महोत्सव में शामिल होने के लिए आया हूं। सरकार में उनके कब तक मंत्री बनने का सवाल पूछा गया तो बताया कि अगर मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो राजभर जरूर मंत्री बनेगा।
यह सब अखिलेश के इशारे पर हो रहा- राजभर
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा समर्थन व रामचरित मानस पर टिप्पणी किये जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मार्य अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। वह संविधान को नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा में पांच साल मंत्री रहे तो उन्हें यह सब चीजें याद नहीं आयी। बसपा सरकार में भी मंत्री रहे, लेकिन तब उन्हें याद बातें याद नहीं आयी थी। अब सत्ता से बेदखल होने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं, जिसकी वजह से ऐसी अनर्गल बयानबाजी कर रह हैं। यह सब सपा नेता अखिलेश यादव के इशारे पर हो रहा है।
पहले भी राम लोटन निषाद ने इस प्रकार की टिप्पणी की थी तो अखिलेश यादव ने उन्हे निष्कासित कर दिया था, लेकिन आज स्वयं उसी प्रकार की बयानबाजी करने वाले व्यक्ति को अपने बगल में बैठाकर चाय पिला रहे हैं तो देखकर लग रहा है कि कही न कही उनका संरक्षण है।
2024 में अखिलेश आईएनडीआईए के साथ मिलकर कुछ कर पाएगे या नहीं इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहाकि विनाश काले विपरीत बुद्धि। अब समाजवादी पार्टी पतन की ओर है। इस कारण है कि जो उन्होंने नारा दिया था सामाजिक न्याय का, तो उसे देखकर देश प्रदेश में रहने वाले लोगों के साथ अन्याय किया। एक जाति के साथ ही उनका सामाजिक न्याय दिखा।
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