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UP News: हत्याकांड के पर्दाफाश ने किया हैरान, भाभी की हत्या में दो भाइयों के साथ ननद भी बनी षड्यंत्र का हिस्सा

Sambhal Update News In Hindi महिला के देवर और जेठ ने ही बच्चा नहीं होने पर गोली मारकर हत्या की थी और षड्यंत्र रचते हुए गांव में रंजिश रखने वाले पांच लोगों को फंसाने का प्रयास किया था। दोनों भाइयों के साथ उनकी एक बहन भी इस षड्यंत्र में शामिल थी। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Published: Sat, 29 Jun 2024 03:50 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2024 03:50 PM (IST)
Sambhal News: पुलिस अधीक्षक और एएसपी अनुकृति शर्मा हत्याकांड की जानकारी देते हुए। जागरण।

संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई। दो सप्ताह पूर्व गोली लगने से हुई एक महिला की मृत्यु के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने आरोपितों को जेल भेजा है।

बहजोई कार्यालय पर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत ने एक हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया कि 16 जून की सुबह को कोतवाली गुन्नौर क्षेत्र के गांव भोजराजपुर में माया पत्नी जयपाल की गोली लगने से मृत्यु हुई थी। जिसके बाद उसके जेठ छोटेलाल पुत्र चंद्रकेश ने गांव के ही पांच लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

प्रथम दृष्टया पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित किया और ग्रामीणों के बयान भी लिए। घटनास्थल पर कोई भी रक्त नहीं पाया गया। उसके बाद फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। मामला संदिग्ध प्रतीत होने और नामजद आरोपितों से रंजिश होने पर पुलिस ने मृतक महिला के मायके वालों के अलावा पति से भी पूछताछ की। घटना के दौरान उसका पति गाजियाबाद में एक कंपनी में नौकरी कर रहा था।

पुलिस की विवेचना के दौरान महिला के भाई जोगेंद्र सिंह पुत्र रामप्रसाद निवासी जमालपुर थाना जुनावई ने भी बहन को उसके ही परिवार के लोगों के द्वारा मारे जाने की शिकायत की। जिसके बाद जेठ छोटेलाल और देवर सुनील कुमार समेत अन्य से पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरी वारदात को स्वीकार किया।

शादी के पांच साल बाद भी नहीं हुआ था बच्चा

एसपी ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया, कि पांच साल शादी के होने के बावजूद भी महिला के कोई बच्चा नहीं होने पर वह उसको मारना चाह रहे थे। पति जयपाल और देवर सुनील दोनों गाजियाबाद में नौकरी करते थे। जिसमें सुनील कुछ दिन पूर्व घर आ गया था जबकि जयपाल वहीं काम करता रहा।

आरोप है कि पूर्व नियोजित घटना को अंजाम देने के लिए छोटेलाल और सुनील कुमार ने घर के ही कमरे में उसकी गोली मार कर हत्या कर दी और बाद में घर से कुछ दूरी पर जंगल की ओर उसके शव को रख दिया और बाद में गांव के ही हरेंद्र पुत्र नरसी के अलावा नरसी, सतीश, छोटे और कुमरपाल के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाया।

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पुलिस ने जेल भेजे ये आरोपित

पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 148, 323 और 302 से अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की है। फिलहाल पुलिस ने आरोपित छोटेलाल के अलावा उसके भाई सुनील कुमार और उसकी बहन उर्मिला को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें उसने ने महिला की हत्या की करने में न केवल षड्यंत्र रचने का साथ दिया बल्कि घटना के बाद साक्ष्यों को भी छुपाने का प्रयास किया। जिसके चलते अब मामले में आईपीसी की धारा 201, 211, 195 और धारा 34 के अलावा 120 बी को भी शामिल किया गया है। 

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पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस के खोखा भी बरामद करने के साथ-साथ रक्त से रंगे हुए कपड़ों को भी बरामद किया है। फोरेंसिक टीम ने भी महिला के घर के ही कमरे से रक्त के नमूने भी प्राप्त किए है।

घटना स्थल पर नहीं मिला रक्त तो पुलिस को हुआ शक

एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि घटना के दौरान ही फारेंसिक टीम ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की, जहां पर रक्त का कोई भी नमूना नहीं मिला और ग्रामीणों के बयानों में भी यह पाया गया कि परिवार वाले इस महिला के बच्चे पैदा नहीं होने से खुश नहीं थे। इसकी पुष्टि मृतक महिला के भाई ने भी कर दी। बाद में उनसे पूछताछ की गई और रक्त के नमूने भी घर के कमरे से बरामद किए गए।

घटना के दौरान कपड़ों पर रक्त लगा, उन कपड़ों को भी पुलिस ने बरामद किया है। इसके अलावा घटना में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए भी कुछ लोगों ने पुलिस पर दबाव बनाया। उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जा सकती है।

गुन्नौर पुलिस ने एक महिला के हत्याकांड का पर्दाफाश किया है। जिसमें उसके एक जेठ और एक देवर के अलावा ननद का शामिल होना सामने आया है। तीनों को जेल भेजा जा रहा है। वहीं, इस मामले में षड्यंत्र के तहत नामजद किए गए सभी पांचों लोगों को जांच में दोष मुक्त पाया है। कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी। 


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