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Sambhal News: बरसात ने छीनी संभल की एक ऐतिहासिक धरोहर, इमारत के साथ गिरा 'चक्की का पाट'

संभल की ऐतिहासिक धरोहर के रूप में मशहूर प्राचीन चक्की का पाट जो कई फीट की ऊंचाई पर टंगा था वह आज तेज बारिश के चलते टूट कर गिर गया। इसकी जानकारी होते ही शहर के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए। बताते हैं कि इस चक्की के पाट को आल्हा ऊदल ने कला करते समय टांगा था। तेज बरसात के चलते दीवार के साथ गिरकर धराशाई हो गया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 19 Sep 2024 01:25 AM (IST)
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बरसात में छीनी संभल की एक ऐतिहासिक धरोहर, इमारत के साथ गिरा 'चक्की का पाट'
 जागरण संवाददाता, संभल। शहर की पहचान और यहां की ऐतिहासिक धरोहर के रूप में मशहूर प्राचीन चक्की का पाट जो कई फीट की ऊंचाई पर टंगा था, वह आज तेज बारिश के चलते टूट कर गिर गया। इसकी जानकारी होते ही शहर के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए।

मशहूर प्राचीन चक्की का पाट के गिरने की जानकारी होते ही संभल कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उसने ऊपर से गिरे चक्की के पाट को अपने कब्जे में कर लिया है। बता दें कि शहर के बीचो-बीच स्थित एक प्राचीन इमारत पर चक्की का पाट टंगा हुआ।

लोगों की लगी भीड़

बताते हैं कि इस चक्की के पाट को आल्हा ऊदल ने कला करते समय टांगा था। बुधवार शाम से लगातार हो रही तेज बरसात के चलते संभल की ऐतिहासिक धरोहर चक्की का पाट दीवार के साथ गिरकर धराशाई हो गया। इसकी जानकारी शहर के लोगों को हुई तो देखने के लिए बरसात में ही लोगों की भीड़ लग गई।

जानकारी मिलने पर कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई। प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार तोमर ने बताया चक्की के पाट को कब्जे में कर लिया गया है। बरसात में गिरे मलबे को हटाया जा रहा है।

ये है चक्की के पाट का इतिहास

चक्की के पाट का इतिहास ऐसा है, कि इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग संभल पहुंच चुके हैं। संभल शहर का एक दर्शनीय और कुतूहल का विषय रहे इस चक्की के पाट को देखने के लिए हर दिन दर्जनों नहीं बल्कि सैकड़ो की संख्या में लोग बाहर से आते थे। हम बात यह है कि जिस तरह से एक ऐतिहासिक इमारत पर इस पाट को लटकाया गया था, वह किसी अजूबे से काम नहीं था। अब तक जो जानकारी है उसके अनुसार इस पाट को वही व्यक्ति नीचे उतर सकता था जो उतनी कला का पारंगत हो जितनी उसे समय पाट को टांगने वालों में थी।

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