संभल में क्या है जामा मस्जिद विवाद? सर्वे के आदेश से लेकर उपद्रव तक...पढ़िए पूरी डिटेल
Sambhal Jama Masjid संभल में जामा मस्जिद को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सर्वे के आदेश के बाद से ही इलाके में तनाव बना हुआ है। रविवार को सर्वे के लिए पहुंची टीम पर पथराव किया गया जिससे पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की। जानिए क्या है जामा मस्जिद विवाद...
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। (Sambhal Jama Masjid Clash) उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद में सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर की अगुवाई में रविवार सुबह टीम पहुंची। टीम के पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई। कुछ ही देर में लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने स्थिति काबू करने के लिए हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े।
जामा मस्जिद के पास पत्थरबाजी और आगजनी की घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। मामले पर सूबे की राजनीति भी तेज हो गई है। आइए जानते हैं क्या है जामा मस्जिद विवाद और क्यों हुई पत्थरबाजी...
क्या है जामा मस्जिद विवाद? (Sambhal Jama Masjid Controversy)
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने अपने पिता व वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन सहित आठ लोगों की ओर से 19 नवंबर को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) में वाद दायर किया। उनका दावा है कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया है। कोर्ट ने सर्वे का वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी का भी आदेश दिया। यह 29 नवंबर तक कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।कोर्ट के आदेश पर 19 नवंबर की शाम को टीम सर्वे करने पहुंची। टीम ने करीब दो घंटे तक सर्वे किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा। 22 नवंबर को सर्वे के बाद पहली जुमे की नमाज हुई। सुबह से ही बड़ी संख्या में विशेष समुदाय के लोग एकत्र होने लगे। पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए मामले को शांत कराया। साथ ही मस्जिद के चारों ओर कैमरे लगवा दिए।
दोबारा सर्वे के लिए पहुंची टीम
24 नवंबर आज सुबह एकवोकेट कमिश्नर की अगुवाई में दूसरी बार टीम सर्वे करने पहुंची। सर्वे की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई, जैसे ही लोगों को पता लगा मस्जिद की ओर भीड़ पहुंचने लगी और सुबह करीब नौ बजे भीड़ को हटाने का प्रयास किया गया तो पहले धक्का-मुक्की हुई और बाद में भीड़ ने पथराव कर दिया। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को भगाने का प्रयास किया। बताया जा रहा है की दूसरी ओर से भी फायरिंग की गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहाएसपी कृष्ण कुमार ने कहा- न्यायालय की टीम सर्वे कर रही थी। तभी कुछ लोगों को एकत्रित किया गया। पथराव किया गया। पुलिस टीम ने हालात को काबू में कर लिया है। सर्वे पूरा कर लिया गया है। सुनियोजित तरीके से ये सब किया गया है। पुलिस की लिखी गाड़ी टारगेट की गई है। एनएसए की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ड्रोन से निगरानी की गई है। कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है। सभी का मेडिकल कराया गया है। घटना के बाद पुलिस ने संभल में स्थानीय लोगों से मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए वहां पहुंची सर्वेक्षण टीम पर पथराव न करने की अपील की।महंत ऋषिराज गिरि ने कहा- जामा मस्जिद के अंदर मंदिर है। सिर्फ बाहर से ही उसे मस्जिद का रूप देने का प्रयास किया गया है। जबकि वहां अंदर ऐसा कुछ नहीं है। इसका प्रमाण है कि मंगलवार को जब मैं वहां सीढ़ियों पर पहुंचा तो मुझे वहां पर काफी सकारात्मक उर्जा मिली। कुछ अलग ही अनुभूति का एहसास हुआ था, जिसको मैंने कभी भी महसूस नहीं किया था। ऐसा लग रहा था कि मानो मुझे कोई अंदर बुला रहा है। उन्होंने कहा कि हमने न्यायालय में साक्ष्य उपलब्ध करा दिए हैं। जल्द ही सभी लोगों को भगवान हरिहर के दर्शन होंगे।कोर्ट के आदेश पर संभल में सर्वेक्षण किया जा रहा है। कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया है। पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करेगी और उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।