Sambhal Violence: हिंसा के 24 घंटे-पुलिस हिरासत में 21 लोग, इंटरनेट और स्कूल बंद; रात भर डटे रहे डीआईजी-डीएम और एसपी
Sambhal Violence news संभल हिंसा में पुलिस ने करीब 21 आरोपितों को हिरासत में लिया है। इन्हें वीडियो फुटेज के आधार पर हिरासत में लिया गया है। स्वजन लापता लोगों को तलाश रहे हैं। पुलिस ने संभल में सख्त सुरक्षा व्यवस्था की है। संभल की सीमाओं पर चेकिंग साथ प्रवेश का निर्देश डीएम ने दिया है। मंडलभर के थानों की पुलिस लगी है।
संवाद सहयोगी, जागरण, संभल। जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद संभल में हाई अलर्ट है। अघोषित कर्फ्यू के साथ-साथ जिले की सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चल रहा है, जिले में कोई भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक या राजनीतिक संगठन का व्यक्ति बगैर अनुमति के प्रवेश नहीं करेगा।
इसके निर्देश जिला मजिस्ट्रेट ने दिए हैं। डीएम ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 की निषेधाज्ञा के अनुसार लगाई है। जनपद के सभी थानों के पुलिस बल के अलावा मंडल के कई जनपदों की पुलिस को संभल में तैनात किया गया है।
संभल में रविवार को सुबह से दोपहर तक उग्र हुई भीड़ के द्वारा किए गए पथराव और फायरिंग के साथ पुलिस से उनकी झड़प हुई। इस घटना में प्रशासन के द्वारा तीन लोगों की मृत्यु की पुष्टि पहले ही की जा चुकी है लेकिन देर रात तक यह आंकड़ा पांच तक पहुंच गया है। हालांकि प्रशासन ने दो मौतों की पुष्टि अभी नहीं की है।
पूरी रात पैदल गश्त करती रही पुलिस, घरों से बाहर नहीं निकले लोग
बवाल के बाद पूरी रात पुलिस पैदल गश्त करती रही उच्चाधिकारियों ने गश्त का नेतृत्व किया। जहां-जहां बवाल में आगजनी और पथराव हुआ था, वहां पर विशेष फोकस किया गया और भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है जोकि लगातार संदिग्ध लोगों पर भी नजर रख रही है। हालांकि लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं। उधर सोमवार की सुबह भी बाजार बंद दिखाई दिया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
सड़कों पर पसरा सन्नाटा, बाजार बंद, डीआईजी ने किया फ्लेग मार्च
सुबह में डीआईजी मुनिराज ने पुलिस बल के साथ सड़कों पर फ्लैग मार्च किया है। इसके अलावा डीएम के द्वारा घोषित किए गए अवकाश के बाद भी स्कूल कालेज के लिए बच्चे नहीं निकल रहे हैं। चहल कदमी बाजार में नहीं दिख रही है। जरूरतमंद लोग ही बाजार में जरूरी सामान लेने के लिए निकल रहे हैं।
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