Sambhal Violence: जिन गलियों में सुनाई देता था बच्चों का शाेर, अभी पसरा है सन्नाटा; छावनी में तब्दील संभल
Sambhal Violence Update News पथराव आगजनी और गोलीबारी की घटना के बाद शहर में सन्नाटा पसरा है। गलियों में बच्चों के शोर और बाजार की रौनक गायब है। हर तरफ पुलिस का पहरा है। लोग डरे हुए हैं और घरों में दुबके हुए हैं। पुलिस का मानना है कि जिस स्थान पर पुलिस के साथ झड़प हुई थी वहां आसपास के घरों में रहने वाले लोग फरार हो चुके हैं।
शिवकुमार कुशवाह, जागरण, संभल। Sambhal News: पथराव, आगजनी और गोलीबारी। संभल के हर व्यक्ति के मन में यह तीन शब्द सहज ही कौंध उठते हैं। दहशत भरे मंजर के स्याह निशान ऐसे कि भले ही दूसरे दिन ईंट-पत्थरों को हटवा दिया गया हो, मगर वह मिटे नहीं। घरों में दुबके लोग सिर्फ मंजर को सोचकर ही सहम उठते हैं।
स्थिति यह है कि घरों में अंदर से ताला बंद है। खिड़कियों तक को बंद कर रखा है जिससे गलियों में बच्चों के शोर व बाजार की रौनक गायब है। गलियों में सिर्फ पुलिस के सायरन का शोर है। मार्च करती पुलिस के बूटों की आवाज है।
लोग खौफजदा हैं। खुराफाती फिर से हिमाकत ना करें, इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। ड्रोन से भी निगरानी कराई जा रही है। ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी बॉडीवार्न कैमरों से लैस हैं।
बाजार में दुकान खोलने से कतरा रहे लोग
रविवार को पुलिस और उग्र भीड़ के बीच हुए पथराव और फायरिंग के दूसरे दिन दैनिक जागरण की टीम ने शहर के हाल को जाना। आमतौर पर सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाले शंकर चौराहे से लेकर तहसील रोड तक चहलकदमी न के बराबर थी। बाजार बंद था। दोपहर बाद कुछ हिंदू समुदाय के व्यापारी प्रतिष्ठान खोलने पहुंचे, मगर बवाल पर कुछ भी बोलने से इनकरी कर दिया। माहौल को भांप दुकानें ज्यादा देर नहीं खुली। असर जिला अस्पताल तक दिखा। जहां रोजाना भीड़ रहती थी, मगर घटना के बाद वहां सन्नाटा था।बाजारों में कम ही रही चहलकदमी।
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