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संभल में अभी तक मिले डिप्थीरिया के 39 मरीज, आठ की हो चुकी है मौत- स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

अब तक जिला अस्पताल में अभी तक 24 बच्चों में डिप्थीरिया की पुष्टि हुई है। यहां पहुंचने वाले 200 बच्चों में से एक दो बच्चे इस बीमारी के लक्षण वाले मिल रहे हैं जिला अस्पताल में ही उन्हें एंटी डिप्थीरिया टाक्सोइड वैक्सीन देकर इलाज किया जा रहा है। जबकि इस बीमारी से पीड़ित गंभीर मरीजों को मुरादाबाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है।

By Dilip Kumar Edited By: Mohammed Ammar Updated: Thu, 10 Oct 2024 08:20 PM (IST)
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रोजाना जिला अस्पताल में पहुंच रहे बीमारी के लक्षण वाले एक-दो बच्चे

संवाद सहयोगी, संभल। जिले में डिप्थीरिया (गलाघोंटू) लगातार नए क्षेत्रों में पैर पसार रहा है। जिला अस्पताल में एक दो डिप्थीरिया लक्षण वाले बच्चे इलाज कराने पहुंच रहे हैं। वहीं बीमारी के फैलने से लोग चिंतित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी इसको लेकर लगातार अपनी निगरानी बनाए हुए है। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण किया जा रहा है। 

बच्चे हो रहे इस बीमारी का शिकार 

दरअसल, टीकाकरण पर लाखों रुपये का बजट खर्च होने के बाद भी डिप्थीरिया का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। यह बीमारी मासूम बच्चों की जिंदगी का गला घाेंट रही है। मासूम बच्चों में पनपने वाली यह बीमारी अब बढ़ती उम्र के बच्चों को भी जकड़ रही है। इस बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ पर है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिप्थीरिया, बलगम, टिटनेस, पाेलिया, तपेदिक, खसरा और हेपेटाइटिस बी की रोकथाम के लिए टीके लगाए जा रहे हैं। इसके बाद भी यह बीमारी बच्चों को अपना शिकार बना रही है।

अभी तक 24 बच्चों में डिप्थीरिया की पुष्टि

अब तक जिला अस्पताल में अभी तक 24 बच्चों में डिप्थीरिया की पुष्टि हुई है। यहां पहुंचने वाले 200 बच्चों में से एक दो बच्चे इस बीमारी के लक्षण वाले मिल रहे हैं। जिन्हें भर्ती किया जा रहा है। जिला अस्पताल में ही उन्हें एंटी डिप्थीरिया टाक्सोइड वैक्सीन देकर इलाज किया जा रहा है और उन्हें उपचार देकर घर भेजा जा चुका है।

जबकि इस बीमारी से पीड़ित गंभीर मरीजों को मुरादाबाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है। उधर, जिले में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अभी तक 39 मरीजों में डिप्थीरिया की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें उपचार के दौरान आठ मरीजों की जान चली गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित टीकाकरण में तेजी शुरू कर दी गई है। विभिन्न क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान चलाकर बच्चों को टीका लगाया जा रहा है।

डिप्थीरिया बैक्टीरिया जनित बीमारी है। रोगी के खांसने, छींकने के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे तक यह फैलती है। इस बीमारी में तेज बुखार, गले में खराश, सूजन, भोजन निगलने में व सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। जिस बच्चे में डिप्थीरिया के लक्षण हों, उसे अलग कमरे में रखें। मास्क का प्रयोग करें। अन्य बच्चों के संपर्क से दूर रखें। खाने में तरल पदार्थ दें।

डा. रामलाल यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, जिला संयुक्त चिकित्सालय, संभल।

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