परिवारवालों ने जैसे ही देखा निकल गई चीख, धान की निकासी कर रहा था किसान, हुआ भयंकर हादसा
खेत में धान की निकासी के दौरान एक किसान की कटर मशीन में फंसकर मौत हो गई। यह घटना संभल जिले के बहजोई थाना क्षेत्र के किसौली गांव की है। वह अपने परिवार के साथ खेत में धान की निकासी कर रहा था। इस दौरान अचानक कटर मशीन में धान की पराली फंस गई। मुनाजिर ने मशीन का ढक्कन खोला और कचरा साफ करने की कोशिश की।
जागरण संवाददाता, पवांसा। बहजोई थाना क्षेत्र के गांव किसौली में धान निकालते समय कटर मशीन (थ्रेसर) की चपेट में आने से किसान की मौत हो गई। खेत में ही काम कर रहे स्वजन ने देखा तो उनमें चीख पुकार मच गई। आनन-फानन में किसी तरह मशीन को बंद किया, लेकिन तक तक किसान उसमें बुरी तरह फंस चुका था। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह शव को निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
दरअसल, थाना क्षेत्र के किसौली गांव निवासी मुनाजिर 27 पुत्र सुलेमान गांव के ही विजेंद्र का खेत बटाई पर लेकर उसमें फसल की बुआई कर परिवार का भरण पोषण करते थे। इस समय खेत में धान की फसल थी। कुछ दिन पहले धान पकने के बाद उसे काटकर सूखने के लिए खेत में ही छोड़ दिया था। धान झाड़ने के लिए मजदूर ना मिला तो मुनाजिर ने काम जल्दी खत्म होने की वजह से कटर मशीन (थ्रेसर) धान निकालने की सोची।
संभल के किसौली गांव में युवक की मृत्यु पर विलाप करतीं परिवार की महिलाएं। जागरण
शुक्रवार की दोपहर डेढ़ बजे के करीब वह गांव के ही महाराज के ट्रैक्टर व कटर मशीन के साथ खेत पर धान निकालने पहुंच गए। मुनाजिर मशीन पर खड़े होकर उसमें धान का पुला लगा रहे थे। जबकि पास खड़े स्वजन उन्हें धान की पुली उठाकर दे रहे थे। अचानक कटर मशीन में धान की पराली फंस गई। मुनाजिर ने मशीन का ढक्कन खोला और कचरा साफ करने की कोशिश की। लेकिन चलती मशीन में वह उसकी चपेट में आ गए और उसमें फंस गए।
स्वजन ने जब यह देखा तो उसमें चीख पुकार मच गई। जिसकी आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे अन्य किसान मौके पर पहुंचे। आनन फानन में चालक ने ट्रैक्टर बंद किया और बामुश्किल मशीन को रोका। कटर में फंसने के कारण किसान के आधे शरीर के चीथड़े उड़ गए। मशीन को खोलकर शव बाहर निकाला। जहां स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
पिता की मृत्यु के बाद युवक पर थी परिवार की जिम्मेदारी
किसौली गांव निवासी 27 वर्षीय मृतक मुनाजिर के ताऊ कल्लन खां ने बताया कि एक वर्ष पहले उसके पिता सुलेमान की भी खेत में काम करते समय हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु के बाद बड़ा होने के चलते परिवार के सदस्यों के पालन पोषण की जिम्मेदारी मृतक मुनाजिर पर आ गई थी। मृतक के दो बच्चे पांच वर्षीय बेटा आरिश और तीन वर्षीय बेटी आरसी हैं। वहीं पत्नी शाहिना, मां हसीना, भाई सोनू और इलियास तीन बहन सना, मेहनाज और शहनाज के पालन पोषण और बहनों के निकाह की भी चिंता सता रही है।