बुजुर्ग को सांड ने पटक कर मार डाला, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल; पिछले एक साल में जिले में ऐसी सातवीं घटना
एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान चली गई जब एक आवारा सांड ने उन पर हमला कर दिया। यह घटना संभल जिले के बहजोई थाना क्षेत्र के गांव बमनेटा में हुई। पीड़ित की पहचान 50 वर्षीय राजेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह अपनी पंचर की दुकान पर बैठे थे तभी सांड ने उन पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे।
संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई (संभल): आगरा-मुरादाबाद नेशनल हाईवे के किनारे पंचर की दुकान चलाने वाले एक बुजुर्ग पर एक सांड ने हमला कर दिया और अपने सींगों से उठाकर जमीन पर पटक दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
बहजोई थाना क्षेत्र के गांव बमनेटा के 50 वर्षीय राजेंद्र सिंह मंगलवार की दोपहर को तकरीबन 2:30 बजे आगरा मुरादाबाद नेशनल हाईवे किनारे अपनी पंचर की दुकान पर बैठे थे। इसी दौरान वह उठकर निकट की दुकान पर जा रहे थे कि अचानक पीछे से आए एक आवारा सांड ने उन पर हमला कर दिया। पहले उन्हें जमीन पर घसीटा और उसके बाद अपने सींगों पर टांग लिया।
आसपास के लोग चीखे चिल्लाए और छुड़ाने का प्रयास करने लगे। इससे पहले ही सांड ने उन्हें जमीन पर पटक दिया। हालांकि लोगों ने लाठी डंडों से सांड को वहां से भगाया लेकिन तब तक बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। मौके पर तत्काल बहजोई के प्रभारी निरीक्षक योगेश कुमार पहुंचे, जिन्हें परिवार वालों ने बताया कि वह गांव में घर पर रहते थे और सुबह ही पंचर की दुकान पर आते थे और शाम को जाते थे।
पत्नी मालवती ने बताया कि उनके दो बेटे दानसिंह और दिनेश कुमार फिलहाल घर पर नहीं है और हरियाणा में मेहनत मजदूरी करते हैं। उधर, ग्रामीणों ने पुलिस के समक्ष बेसहारा पशुओं के आतंक को लेकर शिकायत की और कहा कि तमाम शिकायत करने के बावजूद भी इन पशुओं को नहीं पकड़ा जा रहा है।
ग्रामीणों का मानना है कि बेसहारा पशुओं ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया है। अब सांड ने एक बुजुर्ग की जान भी ले ली है।
संरक्षण की व्यवस्थाओं पर सवाल करते सड़कों पर घूमते पशु
बेसहारा रूप से घूमने वाले पशुओं के संरक्षण की व्यवस्था के लिए योगी सरकार प्रत्येक पशु पर 50 रुपए प्रति पशु पर खर्च करती है। जिले में भी बड़े स्तर पर गो आश्रय स्थल का संचालन होता है। जिसमें चार बड़ी गोशालाओं का संचालन हो रहा है तो वहीं, 120 छोटे गो आश्रय स्थल संचालित किया जा रहे हैं।
कुल 124 गो आश्रय स्थल में 20,418 पशुओं को वर्तमान में संरक्षित किया जा रहा है। इतना ही नहीं रजपुरा क्षेत्र के गांव मोलनपुर डांडा में संचालित नंदी अभ्यारण में सिर्फ सांडों को संरक्षित किया जाता है। बावजूद इसके इन पशुओं में से बड़ी संख्या में सड़कों सड़कों पर घूमते देख सकते हैं। जोकि रात्रि में न केवल किसानों की फसलों को बर्बाद करते हैं बल्कि समय-समय पर लोगों पर हमले भी करते हैं और रहा चलते लोग इसे टकराकर सड़क हादसे का शिकार हो जाते हैं। जिससे लोगों की जान जाती हैं।
आवारा सांड अब तक काफी लोगों की जान ले चुके हैं लेकिन इनके संरक्षण को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं पर इसलिए सवाल खड़े हो रहे हैं कि लाखों की धनराशि खर्च होने के बाद जो इनका संरक्षण बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा है।
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बहजोई: जिले के प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि बेसहारा पशुओं के संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया के द्वारा एक बैठक ली गई है। जिसमें सभी को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में इन पशुओं को पड़कर संरक्षित करें। अगर कहीं भी कोई घटना होती है तो उसके लिए संबंधित नगर निकाय में अधिशासी अधिकारी और संबंधित ग्रामीण क्षेत्र में खंड विकास अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इसके लिए पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान की भी जिम्मेदारी तय होगी।पूर्व में भी कई लोगों की जान ले चुके हैं सांड
- 15 जनवरी 2023 को हयात नगर क्षेत्र के गांव आढौल में 35 वर्षीय चंद्रवती पत्नी उमेश को सांड के हमले से मृत्यु हो गई थी।
- 2 जनवरी 2023 को रजपुरा क्षेत्र के गांव शाहजहानाबाद के जंगल में बेसहारा पशु ने किसान रामवीर सिंह पर हमला कर दिया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी
- 14 नवंबर 2022 को असमोली क्षेत्र के गांव हरसिंहपुर में किसान अकबर अली की सांड के हमले से मृत्यु हो गई थी
- 31 दिसंबर 2022 को चंदौसी के गांव कैथल में खेत की रखवाली करते समय किसान श्रीराम पर बेसहारा पशु ने हमला किया था। जिसे उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी।।
- 21 अक्टूबर 2022 को कुढ़ फतेहगढ़ का थाना क्षेत्र के गांव बाबेपुर में किसान महिपाल की सांड के हमले से मृत्यु हो गई थी।