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दो सगी बहनों की थी शादी, बिन दूल्हे के बारातियों ने आकर कही ऐसी बात; झूठ लगने पर लड़कीवालों ने...

दो सगी बहनों की शादी के लिए दो मंडप सजाए गए थे। छोटी बहन दुल्हन बनी इंतजार करती रही लेकिन दूल्हा नहीं आया। बिन दूल्हे के बाराती पहुंचे और दूल्हे के लापता होने की सूचना दी। यह बात दुल्हन पक्ष को सच नहीं लगी और उन्होंने दूल्हा पक्ष को वहीं पर बैठा लिया। दूल्हे के आने के इंतजार के बाद अगले दिन दोपहर में दोनों पक्षों में समझौता हुआ।

By Raghvendra Chandra Shukla Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 13 Jul 2024 06:41 PM (IST)
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बरात की जगह लापता दूल्हा की गुमशुदगी लेकर पहुंचे स्वजन

संवाद सहयोगी, बहजोई। बबराला रोड स्थित एक रिसार्ट में दो सगी बहनों की शादी के लिए दो मंडप सजाए गए थे। निर्धारित समय पर दोनों बहनों की अलग-अलग गांवों से बारात आनी थी। जहां बड़ी बहन की बारात तो पहुंच गई लेकिन छोटी बहन दुल्हन बनी इंतजार करती रही।

दूल्हा बरात लेकर नहीं पहुंचा, पहुंचे तो दूल्हा के परिवार वाले रिश्तेदारों के साथ गुमशुदगी का पत्र लेकर। फिर क्या खुशियों का माहौल गम में बदल गया। मामला जब पुलिस कार्रवाई के लिए आगे बढ़ने ही वाला था कि रिश्तेदार ने मध्यस्थता कराई और खर्च की वसूली करते हुए दुल्हन के भविष्य और भावनाओं से समझौता भी करा दिया गया।

दरअसल, धनारी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दो बहनों के पिता नहीं होने पर उसके रिश्तेदारों ने दो अलग गांवों में शादी का रिश्ता तय किया था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से दोनों की शादी कम खर्च में हो जाए, इसलिए एक ही तिथि 11 जुलाई निर्धारित कर एक रिसार्ट में कार्यक्रम रखा गया था। छोटी बहन का रिश्ता बदायूं जिले के फैजगंज थाना क्षेत्र के गांव हबीपुर के मुकेश पुत्र रोशन लाल के साथ हुआ था।

10 जुलाई को लग्न समारोह भी हुआ और 11 जुलाई की शाम को बरात आनी थी, लेकिन बहजोई में आयोजित इस वैवाहिक कार्यक्रम में बरात नहीं पहुंची बल्कि दूल्हा के पिता, मां और बहनोई समेत कुल पांच लोग पहुंचे। जिन्होंने एक गुमशुदगी का पत्र दिखाते हुए बताया कि लड़का एक दिन पहले से घर से लापता है। जिसकी सूचना पुलिस को भी दी गई है।

दुल्हन पक्ष को सच नहीं लगी बात

यह बात दुल्हन पक्ष को सच नहीं लगी और उन्होंने दूल्हा पक्ष को वहीं पर बैठा लिया। बड़ी बहन की शादी संपन्न कराई गई। पूरी रात हुई कहासुनी और दूल्हे के आने के इंतजार के बाद अगले दिन दोपहर में दोनों पक्षों में समझौता हुआ। जिसमें शादी में खर्च हुई धनराशि के अलावा लग्न समारोह में हुए खर्च के एवज में कुल छह लाख रुपये चुकाने पर सहमति बनी हालांकि इस संबंध में बहजोई पुलिस से कोई भी शिकायत नहीं की गई।

शादी में बरात नहीं पहुंचने और किसी भी विवाद को लेकर पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई है। अगर कोई शिकायत मिलेगी तो नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। - योगेश कुमार, प्रभारी निरीक्षक, बहजोई।

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