संसू, मढ़न (संभल) इसे लापरवाही कहें या मनमानी पिसती आम जनता ही है। असमोली के रतनपुर गांव निवासी किसान जिसके घर में पंखा और सीएफएल जलता है उसका भी बिल एक माह का 18 हजार रुपये से ज्यादा आ गया। एक किलोवाट कनेक्शन का अब तक 300 रुपये बिल देने वाला किसान 18 हजार के नाम पर हैरान हो गया है।
शिकायत के बावजूद नहीं हुआ कोई एक्शन
मीटर रीडर से लेकर विभागीय अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़ चुका सुनने वाला कोई नहीं है। बिजली विभाग के अफसर भी खामोश है। यह हाल तब है जब सरकार हर घर कनेक्शन देने को प्राथमिकता दे रही है। ऐसे तो किसान की साल भर की कमाई ही बिजली बिल भरने में चली जाएगी। यह असमोली ही नहीं संभल से लेकर चंदौसी और बहजोई तक की स्थिति है।
गांव भैंसोड़ा निवासी नासिर ने बिजली टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करा कर बताया है कि मुरादाबाद जिले के रतनपुर बिजली घर से बिजली आ रही है। उपभोक्ता का एक किलोवाट का कनेक्शन है। हर महीने तीन सौ रुपए मात्र का बिल आ रहा था । कुछ पिछला बिल समेत 1148 रुपये बकाया चल रहा था।
22 अगस्त को उपभोक्ता के नंबर पर 19 हजार 453 रुपये का मैसेज आया जिसे देख उपभोक्ता घवरा गए, क्यों कि एक महीने 18 हजार 305 का बिल देखकर हैरान रह गए। जब इस संबंध में मीटर रीडर निकालने वाले युवक से बात की तो उसने बताया कि रीडिंग के अनुसार बिल निकाला है।