Sant Kabir Nagar News: पीपीपी मॉडल से इको टूरिज्म केंद्र बनेगा बखिरा झील, पर्यटन को लगेंगे पंख
Bakhira Lake News Update संत कबीर नगर की बखिरा झील का विकास अब पीपीपी मॉडल पर होगा। झील के चारों ओर बांध और सड़क बनाई जाएगी। झील की करीब एक हजार हेक्टेयर भूमि पर वाटर पार्क सोलर पावर प्लांट और पॉली हाउस बनाया जाएगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आसपास के 30 गांवों के लोगों को बिजली मिलेगी। इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई।
राज नारायण मिश्र, जागरण, संतकबीर नगर। बखिरा झील का सर्वांगीण विकास करके इसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बनाने की दिशा में नित नए कदम बढ़ रहे हैं। शासन ने झील के विकास की प्रगति रिपोर्ट जिला प्रशासन से मांगी है। इसके साथ ही झील को सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी मॉडल) पर इको टूरिज्म केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयार रूपरेखा पर भी चर्चा की है।
पिछले कुछ महीनों से जिलाधिकारी झील के विकास के लिए जनसहभागिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीपीपी माडल अपनाकर यहां अनेक परियोजनाओं को जल्द ही आरंभ करवाया जा सकता है।
इन परियोजनाओं पर होना है काम
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि इको पर्यटन विकास के लिए झील के चारों तरफ बांध व उस पर सड़क बनाना है। झील की करीब एक हजार हेक्टेयर भूमि खाली है। यदि इस पर निजी सहयोग लेकर वाटर पार्क बनाया जाए तो यहां दूर-दूर से लोग आएंगे। झील के किनारे बिना उर्वरक के सब्जी और फल की खेती भी हो सकती है। झील का मनरेगा से सफाई का भी प्रस्ताव तैयार हुआ।
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इसके साथ ही झील में गिरने वाले नालों के पानी पर भी मंथन हो रहा है। झील का पानी बाहर न निकले उसके लिए भी योजना बनी है। वाटर पार्क स्थापित कर यहां पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। पक्षियों की निजता को सुरक्षित रखते हुए नौकायन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
बखिरा झील में मौजूद प्रवासी पक्षी। जागरण
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