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Mauni Amavasya 2024: मौनी अमावस्या पर लगेगी आस्था की डुबकी, इस दिन सभी राशियों के जातकों को करना चाहिए ये काम

Mauni Amavasya मौनी अमावस्या पर शुक्रवार को आस्था की डुबकी लगेगी। नदी तट पर स्नान-ध्यान दान-पुण्य का होगा। स्नान-ध्यान के साथ पूजा-पाठ व कथा श्रवण सुनने की तैयारी है। घाटों पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रबंध किए जा रहे हैं। माघ कृष्ण पक्ष अमावस्या पर श्रद्धालु द्वरा स्नान-ध्यान करने की परंपरा है। सरयू नदी के तट राप्ती आमी व कुआनो नदी विभिन्न घाटों पर अनेक श्रद्धालु स्नान करेंगे।

By Akhilesh Dwivedi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 07 Feb 2024 08:31 PM (IST)
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मौनी अमावस्या पर लगेगी आस्था की डुबकी, इस दिन सभी राशियों के जातकों को करना चाहिए ये काम

जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर। मौनी अमावस्या पर शुक्रवार को आस्था की डुबकी लगेगी। नदी तट पर स्नान-ध्यान, दान-पुण्य का होगा। स्नान-ध्यान के साथ पूजा-पाठ व कथा श्रवण सुनने की तैयारी है। घाटों पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रबंध किए जा रहे हैं।

माघ कृष्ण पक्ष अमावस्या पर श्रद्धालु द्वरा स्नान-ध्यान करने की परंपरा है। सरयू नदी के तट, राप्ती, आमी व कुआनो नदी विभिन्न घाटों पर अनेक श्रद्धालु स्नान करेंगे। धनघटा तहसील सरयू नदी के तट बिडहर घाट,चहोडा घाट,मैंदी घाट,राम बागे घाट के साथ अन्य स्थानों पर तैयारियां की जा रही है। बछिया स्पर्श करके गो दान किया जाएगा। जनपद से अनेक श्रद्धालु प्रयागराज, अयोध्या के लिए प्रस्थान कर रहे हैं।

नियम, संयम का पर्व

मौनी अमावस्या का स्नान नियम, संयम का प्रतीक है। पर्व मन की शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं। स्कंद पुराण में इसकी महत्ता का उल्लेख मिलता है। श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। इससे आत्मिक संतुष्टि मिलती है। पर्व में मानव और प्रकृति के बीच मजबूत संबंध स्थापित होता है। जो अच्छाई यानी पुण्य को अर्जित करने में सहायक है।

नौ को पर्व, दान-पुण्य फलदायी

ज्योतिषाचार्य सुजीत श्रीवास्तव के अनुसार नौ फरवरी को मौनी अमावस्या पर्व मनेगा। इस दिन सूर्य व चंद्र एक साथ मकर राशि में रहेंगे। स्नान व दान पुण्य फलदायी है। तिल, कंबल के दान के साथ रात्रि में चंद्रमा के बीज मंत्र का जप मन को एकाग्र करेगा। गुरु की शुभता में वृद्धि के लिए श्रीविष्णुसहस्रनाम का पाठ भी आवश्यक है। तंत्र में बंगलामुखी अनुष्ठान करें तो लाभ होगा।

मेष राशि के जातक हनुमान जी की पूजा करें। 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। गुड़ व तिल का दान करें। वृष राशि वाले श्री सूक्त का पाठ करें। चावल तथा चीनी का दान करें। गोशाला में गाय का भोजन दान करें तो लाभ मिलेगा।

मिथुन राशि वाले के लिए तिल व मूंग की दाल का दान लाभप्रद होगा। कर्क राशि वाले शिव उपासना व दुर्गासप्तशती का पाठ करें। अपने वजन के बराबर चावल का दान करें। सिंह वाले श्रीआदित्यहृदय स्तोत्र का तीन बार पाठ करें। गेहूं व गुड़ का दान करें।

कन्या राशि के जातकों को करना चाहिए कंबल दान

कन्या राशि के जातक श्रीरामरक्षास्तोत्र का पाठ के साथ कंबल का दान करें। बुध के बीज मंत्र का जप करें। तुला राशि वाले गणेश व लक्ष्मी पूजा के साथ ऊनी वस्त्रों का दान करें। वृश्चिक राशि वाले बजरंगबाण, सुंदरकांड का पाठ व अन्न दान करें तो लाभ होगा।

धनु राशि वाले श्रीरामचरितमानस के अरण्यकांड का पाठ करें। धार्मिक पुस्तकों का दान करें। मकर वाले शनि के बीज मंत्र का जप व सुंदरकांड का पाठ करें, कुंभ राशि के जातक हनुमानबाहुक का पाठ करें। तिल का दान करें, मीन राशि वाले जातक को गुरु व चंद्रमा के बीज मंत्र का जप, पीपल की सात परिक्रमा से लाभ मिलेगा।

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