UP News: पुराने कार्य को कागज में नया दर्शाया, हड़प ली सरकारी धनराशि; जांच टीम के पूछने पर गांव के लोगों ने खोल दी पोल
UP News संतकबीर नगर में कई पुराने कार्यों को कागज में नया कार्य दर्शाकर सरकारी धनराशि हड़पने की बात सामने आई है। जांच टीम के पूछने पर गांव के लोगों ने कई परियोजनाओं पर हुए भुगतान की पोल खोल दी। सीडीओ ने बताया कि टीम को गांव में बड़े पैमाने पर गोलमाल मिला है। उसका अध्ययन किया जा रहा है।
By Dilip Pandey Edited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 09 Jan 2024 01:24 PM (IST)
जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर। सांथा ब्लाक के ग्राम पंचायत बेलवा मिश्र की जांच रिपोर्ट में कई पुराने कार्यों को कागज में नया कार्य दर्शाकर सरकारी धनराशि हड़पने की बात सामने आई है। डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम ने यहां पर जांच की थी। जांच टीम के पूछने पर गांव के लोगों ने कई परियोजनाओं पर हुए भुगतान की पोल खोल दी।
दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई होगी।
शिकायतकर्ता बदरूद्दीन द्वारा वित्तीय अनियमितता की शिकायत पर डीएम ने जांच के लिए डीडीओ सुरेश चंद्र केसरवानी, उपायुक्त-मनरेगा प्रभात कुमार द्विवेदी की तीन सदस्यीय टीम गठित की थी। टीम ने 28 दिसंबर को प्रधान, पंचायत सचिव व शिकायतकर्ता की उपस्थिति में सांथा ब्लाक के ग्राम पंचायत-बेलवा मिश्र की जांच की थी।
जांच में क्या पाया गया?
जांच के दौरान पाया कि इब्राहिम के घर से जुम्मन के घर तक 60 मीटर लंबी नाली निर्माण कार्य की लागत 66 हजार रुपये है। कागज में नया कार्य दर्शाकर 62,579 रुपये भुगतान हुआ है। पूछने पर लोगों ने बताया कि पूर्व में 60 मीटर लंबी नाली बनी थी। वित्त वर्ष 2021-22 में उसी नाली को कागज में नया कार्य दर्शाकर भुगतान लिया गया है।
इसी तरह पूछने पर लोगों ने बताया कि मजीद के घर से पोखरा तक 63 हजार रुपये की लागत से हुए पूर्व के पक्का कार्य को 2021-22 में कागज में नया कार्य दर्शाकर 58,678 रुपये भुगतान हो गया है। बहाउद्दीन के घर से मो. हसन के घर तक पूर्व में बने नाली निर्माण को 2021-22 में कागज में नया कार्य दर्शाकर 83,591 रुपये भुगतान ले लिया गया है।
इसके अलावा गांव के पश्चिम स्थित कब्रिस्तान के मार्ग पर 27.5 मीटर की जगह सिर्फ 70 मीटर सीसी रोड दो लाख 59 हजार 841 रुपये भुगतान ले लिया गया है। वित्त वर्ष 2017-18 में अहमद अली के घर से मस्जिद तक नाली निर्माण कार्य को चयनित किया गया लेकिन न तो इस पर काम हुआ है और न ही भुगतान।
बदरूद्दीन के घर से मो.हसन के घर तक 75 मीटर लंबा ह्यूम पाइप, भूमिगत नाली बनाने के लिए 86 हजार रुपये का इस्टीमेट (प्राक्कलन) बनाया गया।
माप पुस्तिका में 78.50 मीटर लंबाई में यह कार्य हुआ है। इस पर 83,500 रुपये भुगतान हुआ है। जांच में केवल 34 मीटर लंबाई में काम होना पाया गया है। इतने कार्य के लिए सिर्फ 38,900 रुपये भुगतान होना चाहिए था।
वहीं बदरूद्दीन के घर से तेलिया वाली बस्ती तक भूमिगत नाली नहीं बनायी गयी है और न ही भुगतान हुआ है।
वित्त वर्ष 2018-19 में सहाबुद्दीन के घर से शौकत के घर तक नाली पर ढक्कन लगाने का कार्य केवल कार्ययोजना में शामिल है।
इस पर न तो काम कराया गया और न ही भुगतान हुआ है।
वहीं वित्त वर्ष 2019-20 में सहाबुद्दीन के घर से शाहू कांत के घर तक नाली पर ढ़क्कन लगाने का काम स्वीकृत नहीं है, इस पर कोई भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा व्यक्तिगत शौचालय, इंटरलाकिंग सड़क, सीसी सड़क आदि कार्यों में भी वित्तीय अनियमितता मिली है।
इनसेट कोट-
जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गयी है।
टीम को बड़े पैमाने पर मिला गोलमाल
टीम को गांव में बड़े पैमाने पर गोलमाल मिला है। उसका अध्ययन किया जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। -
संत कुमार, सीडीओ