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संत कबीर नगर में सरयू का कहर: कई गांवों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, नदी के खतरनाक रुख को देखकर प्रशासन भी अलर्ट

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसी क्रम में प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से धनघटा तहसील के कई गांव बाढ़ की चपेट में आने लगे हैं। प्रशासन ने बाढ़ से घिरे पांच गांवों में नाव लगा दी है। तहसीलदार ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से वार्ता की।

By Akhilesh Dwivedi Edited By: Riya Pandey Updated: Sun, 25 Aug 2024 04:02 PM (IST)
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संत कबीर नगर में तबाही मचाने को आतुर सरयू
जागरण संवाददाता, धनघटा। Saryu Water Level: जनपद के दक्षिणांचल से होकर बहने वाली सरयू तबाही मचाने को आतुर दिख रही है। पिछले 24 घंटे में जलस्तर 15 सेमी बढ़ जाने से निकटवर्ती गांव अब बाढ़ से घिरने लगे हैं। नदी के खतरनाक रुख को देखकर तहसील प्रशासन भी सक्रिय हो गया है।

कई गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

धनघटा तहसील क्षेत्र के कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने बाढ़ से घिर रहे पांच गांवों में नाव लगा दी है। तहसीलदार योगेंद्र पांडेय ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से वार्ता की। बिड़हरघाट में सरयू नदी खतरे के निशान से मात्र दस सेमी नीचे बह रही है।

बीती शनिवार की शाम जलस्तर 79.200 मीटर दर्ज किया गया। नदी तेजी के साथ खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। निकटवर्ती गांवों में बाढ़ को लेकर दहशत है। चपरा पूर्वी व तुरकौलिया में नदी की धारा एमबीडी तटबंध से टकराने लगी है।

बाढ़ की चपेट में आने लगे कई गांव

मदरा, छपरा मगर्वी, रामपुर बारह कोनी, भोतहा, तेजपुर में नदी का दबाव तटबंधों पर पड़ना शुरू हो गया है। मांझा क्षेत्र के कई गांव अब बाढ़ की चपेट में आने लगे है।

गायघाट दक्षिणी में संपर्क मार्ग जलमग्न होने की कगार पर पहुंच चुका है। सड़क के पानी में डूबने से गायघाट, ढोलबजा, कंचनपुर, दौलतपुर, चपरा पूर्वी, खालेपुरवा, गुलरिहा, नरायनपुर, छपरा मगर्वी का लोनियान टोला आदि गांव बाढ़ से घिरने लगे हैं।

सुरक्षित ठिकानों की तलाश में लोग

सरयू के जलस्तर में हो रही वृद्धि से हैंसर ब्लाक के करनपुर, कंचनपुर, गायघाट, कठहा, सियरकला, ढोलबजा, चकदहा, भउआपार, गुनवतिया, सरैया, खड़गपुर, सियाराम अधीन, दौलतपुर, गुलहरिया, खालेपुरवा, लाल तुरकौलिया गांव बाढ़ से घिरने लगे हैं। ग्रामीण अवधेश, ज्ञानचंद, चन्द्रभान, वंशराज, मनीराम, राम सजन, नरसिंह, बलिन्दर, रामहित, रामनरेश, झिनकू, जोखन ने बताया कि बाढ़ से अब सुरक्षित ठिकानों की तलाश की जा रही है।

इसके साथ ही बाढ़ से आगापुर गुलरिहा, चकदहा, भौवापार, कंचनपुर व गायघाट दक्षिणी गांव प्रभावित है। यहां गांवों में जाने वाले रास्तों में पानी पहुंच गया है।

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तहसील प्रशासन ने लगा दी नाव

पांच गांवों में लगी नाव बाढ़ से चौतरफा घिर रहे पांच गांवों में तहसील प्रशासन ने नाव लगा दी है। आगापुर गुलरिहा में एक, चकदहा में तीन, भौवापार में एक, गायघाट में एक व कंचनपुर में एक नाव लगाई गयी है। अन्य गांवों की स्थित पर नजर रखी जा रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो गांव में बाढ़ का पानी घुस सकता है। तहसीलदार योगेंद्र पांडेय ने बताया कि शनिवार को चकदहा, चपरा पूर्वी, कंचनपुर, ढोलबजा में पहुंचकर ग्रामीणों से बात की गई। बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव में बचाव संबंधी इंतजाम किए जा रहे हैं।

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