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Shahjahanpur News: गंगा में 1.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से कलान में फिर बाढ़, गांवों में दहशत

Shahjahanpur News शाहजहांपुर गंगा की बाढ़ फिर तेजी से बढ़ने लगी है। खादर के ग्राम मस्जिद नगला कटेला नगला पैलानी बटन नगला लोहार नगला पकड़िया नगला बांसखेड़ा चौतरफा घिर गए हैं। बाढ़ से घिरे गांवों में अब फिर पहुंचना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। प्रभावित गांवों में बाढ़ का पानी से झोपड़ीनुमा घरों में पहुंच गया है। ऊंचे मकानों की चौखट तक गंगा पहुंच चुकी है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 12 Aug 2023 02:28 PM (IST)
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गंगा में 1.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से कलान में फिर बाढ़, गांवों में दहशत
शाहजहांपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। शाहजहांपुर में नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित गावों के भीतर तक पानी पहुंच गया। इससे बाढ़ पीड़ितों में दहशत बढ़ गई है। उधर नरौरा बैराज से गंगा नदी में डिस्चार्ज दस हजार क्यूसेक और बढ़ गया है। वर्तमान में गंगा में 1.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। नतीजतन जल स्तर में अभी और वृद्धि होना तय है। रामगंगा तथा गर्रा नदी का भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

शुक्रवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 143.650 के सापेक्ष 143.420 मीटर रहा। 12 घंटे के भीतर जल स्तर में दो सेमी की वृद्धि दर्ज हुई। उधर नरौरा बैराज से शुक्रवार को दस हजार क्यूसेक पानी और बढ़ा दिया गया। वर्तमान में नरौरा से एक लाख 72 हजार 128 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बाढ़ प्रभावित गांवों की मुसीबत बढ़ सकती है। रामगंगा नदी में गत दिनों छोड़े गए 56 हजार क्यूसेक पानी के यहां पहुंचे पर जलस्तर में 21 सेमी की वृद्धि दर्ज हुई है।

लगातार छोड़ा जा रहा है पानी

गुरुवार को छोड़ा गया 76 हजार क्यूसेक पानी शनिवार को दोपहर तक यहां पहुंचेगा। इससे रामगंगा का जलस्तर और बढ़ सकता है। नतीजतन कटान की भी समस्या शुरू हो जाएगी। हालांकि शुक्रवार को रामगंगा में 52 हजार 413 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, इससे तीन दिन बाद मामूली राहत मिल सकती है। गर्रा नदी में अब 26 हजार 950 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गत दिनों छोड़े गए पानी के यहां पहुंचने से जलस्तर 75 सेमी बढ़ गया। 48 घंटे के भीतर और वृद्धि दर्ज हो सकती है।

मस्जिद नगला, आजाद नगर में घरों भरा पानी

गंगा की बाढ़ फिर तेजी से बढ़ने लगी है। खादर के ग्राम मस्जिद नगला, कटेला नगला, पैलानी, बटन नगला, लोहार नगला, पकड़िया नगला, बांसखेड़ा चौतरफा घिर गए हैं। बाढ़ से घिरे गांवों में अब फिर पहुंचना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। प्रभावित गांवों में बाढ़ का पानी से झोपड़ीनुमा घरों में पहुंच गया है। ऊंचे मकानों की चौखट तक गंगा पहुंच चुकी है। सड़कों पर पानी आ जाने आवागमन के सभी रास्ते बंद हो गए हैं।

बाढ़ प्रभावित गांव में आई फ्लू के बाद अब जाड़ा बुखार

बाढ़ से घिरे गांवों में आई फ्लू के बाद अब सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी का प्रकोप तेजी से बढ गया है। चिकित्सकों के गांव तक न पहुंचने से लेाग परेशान है। राहत स्वास्थ्य शिविर में ढिलाई शुरू हो गई हैं। इससे मरीज परेशान है।

कांवड़ मार्ग पूरी तरह जलमग्न, आवागमन ठप

गंगा की बाढ़ से कांवड़ मार्ग फिर से जलमग्न हो गया है। वर्तमान में भरतपुर- बांसखेड़ा, चौरा, इस्लामनगर, कमथरी सम्पर्क मार्ग पर दो फीट तक पानी बह रहा है। इससे आवागमन भी बंद हो गया है। स्टेट हाईवे पर दोपहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह हो गया है।

गंगा की समीपवर्ती गांवों में कटान से दहशत

रामगंगा नदी में गुरुवार को छह बांधों से 76 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे नदी के समीपवर्ती गांवों में कटान तेज हो गया है। कोलाघाट पुल के पास रामगंगा की बाढ़ का पानी खेतों की ओर बढ़ रहा है। इससे नदी के तटवर्ती ग्राम सिठौली, पूर्वी बीघापुर, अतरी, गंगा नगर, मौजमपुर, पहरुआ, कुनिया, कीलापुर, धिरोला मढैया, थाथर मई, उइला, चौंरा बगरखेत, कुड़री आश्रम, ककोड़ा, गहवरा, गहवरिया बीघापुर आदि गांवों के ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ गयीं हैं।

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