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खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही गर्रा

दियुनी बैराज से गर्रा नदी में छोड़ा गए 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 17 Aug 2018 07:49 PM (IST)
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खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही गर्रा
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : दियुनी बैराज से गर्रा नदी में छोड़ा गए 60 हजार क्यूसेक पानी का असर दूसरे दिन भी रहा। शुक्रवार को दोपहर खतरे का लाल निशान को पार कर गर्रा नदी उफनाती रही। इससे नदी के समीतवर्ती गांवों के लोग 2008 की यादें ताजा कर दहशत में आ गए। हालांकि प्रशासन की सक्रियता से उन्हें हिम्मत व राहत मिलती रही। दियुनी बैराज से भी गर्रा नदी में 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने का सर्वाधिक असर शुक्रवार को दिखा। गर्रा नदी लाल निशान के एक मीटर उफनाकर बही। इससे सरौरा, कौहीं, धन्योरा, ¨पगरी, ¨पगरा, राइखेड़ा आदि गांवों के लोग दहशत में रहे। इस गांवों की हजारों बीघा जमीन बाढ़ की भेंट चढ़ गई।

चौबीस घंटे 30 सेमी बढ़ा पानी, खतरा बरकरार

चौबीस घंटे में गर्रा नदी का जलस्तर 30 सेमी बढ़ गया। इससे खतरा बढ़ गया है। बुधवार को गर्रा नदी खतरे के निशान के निशान 146.80 मीटर से ऊपर पहुचं गई। सुबह जलस्तर 147 मीटर, दोपहर में 147.30 तथा शाम को 147.50 मीटर हो गया। शाम को जलस्तर 147.80 मीटर पर पहुंच गया। इससे नदी किनारे के गांवों को खतरा बढ़ गया । हालांकि प्रशासनिक तैयारियों से नदी के समीपवर्ती लोग दहशत से बाहर आ गए है।

परेशान न हो, घट गया डिस्चार्ज

¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता आरके वर्मा ने अच्छी खबर दी है। उन्होंने बताया कि गर्रा नदी का जलस्तर अब घटना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि दियुनी बैराज से अब डिस्चार्ज घटकर 15 हजार क्यूसेक के नीचे आ गया है। गुरुवार को भी 12650 क्यूसेक पानी चला। इससे पूर्व 16180, 13720 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। एसडीएम ने किया निरीक्षण

शाहजहांपुर :एसडीएम रामजी मिश्रा ने शुक्रवार को ¨पगरी, ¨पगरी, राइखेड़ा तथा सरौरा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों को राहत का भरोसा दिलाया। ढांढस बंधाया कि अब ऊपर से पानी कम हो गया है, इसलिए परेशान न हो। ¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता आरके वर्मा ने सरौरा, शहबजापुर, धन्योरा का निरीक्षण कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

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