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शाहजहांपुर में बाढ़ का कहर; औद्योगिक क्षेत्र डूबा, फर्रुखाबाद रूट पर बसें बंद; दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रूट डायवर्ट

Flood In Shahjahanpur Update News शाहजहांपुर-फर्रुखाबाद राज्य राजमार्ग पर पानी का स्तर शनिवार की सुबह भी बढ़ा हुआ है। कई औद्योगिक इकाइयों में भी जलभराव हो गया। बाढ़ के कारण जलालाबाद रूट पर बसों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया। पीलीभीत रूट पर फिलहाल बसें संचालित नहीं होंगी। दिल्ली रूट की बसों को हरदोई के पाली मार्ग से होकर निकाला जा रहा है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 13 Jul 2024 08:48 AM (IST)
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शाहजहांपुर में बाढ़ का पानी घरों में घुसा है, आवास विकास कॉलोनी से अपना सामान लेकर आते लोग l जागरण

जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। पीलीभीत के दियोनी डैम के पानी से उफनाई गर्रा नदी के कारण शुक्रवार को भी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। शनिवार की सुबह भी पानी का स्तर नहीं घटने से लोग परेशान रहे। बाढ़ औद्योगिक क्षेत्र और राजकीय मेडिकल कॉलेज के शैक्षणिक ब्लॉक तक पहुंच गई। वहां के छात्रावास से पांच सौ विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।

दिल्ली-लखनऊ हाईवे के बरेली मोड पर तीन फीट तक पानी होने से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। विकल्प के रूप में भारी वाहनों व लंबे रूट की बसों को मीरानपुर कटरा-जलालाबाद होकर दिल्ली-लखनऊ रूट पर भेजा जा रहा है। शाम को जलालाबाद-फर्रुखाबाद मार्ग भी चार फीट पानी होने के कारण शाहजहांपुर डिपो की बसों का संचालन बंद कर दिया गया। गर्रा पुल के आसपास की स्थिति विकराल होती दिख रही, इसलिए वहां भी रास्ता बंद कर दिया गया। अभी हालात जस के तस बने हुए हैं।

बाढ़ का पानी मेडिकल कॉलेज में आने के बाद प्रिंसिपल को स्ट्रेचर पर ले जाते कर्मचारी।

मरीजों किया गया शिफ्ट

राजकीय मेडिकल कॉलेज के मुख्य भवन एवं सभी वार्डों में पानी भरने से मरीजों को गुरुवार को शिफ्ट किया जा चुका। परिसर में बने स्वास्थ्यकर्मियों के सात परिवार अभी भी वहीं हैं। उन्होंने तीसरी मंजिल पर शरण ली है, वे पानी कम होने का इंतजार कर रहे। शेष कर्मचारी आवास छोड़कर रिश्तेदारों के घर जा चुके हैं।

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जिले के 70 से अधिक गांवों में बाढ़ होने के कारण एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। निगोही और तिलहर क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित होने के कारण कई बिजली उपकेंद्र भी ठप हैं।

ट्रैक्टर से अपने परिवार को बाढ़ से निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाते लोग।

खन्नौत नदी का पानी कॉलोनियों में भरा

शहर के कई मुहल्लों, कालोनियों में खन्नौत नदी का पानी भर गया। वहां भी बिजली आपूर्ति नहीं हो रही। कुछ कॉलोनियों में जेनरेटर मंगवाए गए, मगर करंट का खतरा होने से उपयोगी साबित नहीं हुए। दोपहर को सीडीओ डा. अपराजिता सिंह व एडीएम प्रशासन संजय पांडेय ट्रैक्टर से गांवों तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि पानी कम होने के बाद नुकसान का सर्वे कराया जाएगा।

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बाढ़ में खुराफात

बरेली मोड़ पर बाढ़ का पानी आने के कारण गुरुवार रात को वाहन घंटों फंसे रहे। इससे पहले देर शाम पानी के बीच गुजर रही लड़कियों से अभद्रता की गई। दो लड़कियों को पानी में गिराने का प्रयास हुआ। शुक्रवार को कुछ हुड़दंगी पहुंची तो पुलिस ने खदेड़ा। बाढ़ के कारण प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, बिजली, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं।

बाढ़ में फंसी कार को निकालने के लिए क्रेन की मदद ली।

पीलीभीत रूट पर भी बसें बंद, ट्रेन संचालन शुरू

शाहजहांपुर-पीलीभीत रूट पर शुक्रवार को बसों का संचालन बंद कर दिया गया। इसके पीछे कारण बताया गया कि बाढ़ के कारण स्थानीय डिपो प्रभावित हुआ है। दूसरी ओर, पीलीभीत-शाहजहांपुर रेल खंड पर सोमवार से बंद ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। बाढ़ के कारण कुछ स्थानों पर रेलखंड क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसकी मरम्मत करा दी गई।

बाढ़ के पानी में फंसे बाइक सवार को निकालने में मदद करते स्थानीय लोग।

बरेली में नकटिया नदी उफनाई, बदायूं में रामगंगा ने घेरा

बरेली में नकटिया नदी उफनाने से शहर के सटे एक दर्जन गांवों में बाढ़ आ गई। किला नदी का पानी भी शहर के कई मुहल्लों में भर गया है। दूसरी ओर, बदायूं में रामगंगा उफनाने से देवरनिया गांव टापू बन गया है। हजारों बीघा खेत जलमग्न हो गए। एक दर्जन से ज्यादा गांवों में बाढ़ आने से स्कूल बंद हैं। पीलीभीत में शारदा नदी का जलस्तर कम होने से शुक्रवार को राहत मिली। प्रशासन अब नुकसान का सर्वे शुरू कराएगा।

सड़क पर आए बाढ़ के पानी के बीच से निकलते बाइक सवार।

जलालाबाद रूट पर बसों का संचालन पूरी तरह बंद

बाढ़ के कारण जलालाबाद रूट पर बसों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया। पीलीभीत रूट पर फिलहाल बसें संचालित नहीं होंगी। हालांकि इस मार्ग पर ट्रेनों संचालित होने से कुछ राहत मिली है। दिल्ली रूट की बसों की संख्या भी आधी रह गई है। इन्हें हरदोई के पाली मार्ग से होकर निकाला जा रहा है। गर्रा व खन्नौत नदी में आई बाढ़ का प्रभाव यातायात के संसाधनों पर भी पड़ा है। लखीमपुर खीरी के पलिया तक 30 बसों का संचालन तीन दिन पहले बंद किया गया था। अब दस बसें भीरा तक संचालित करने की अनुमति दे दी गई। शुक्रवार को जलालाबाद मार्ग पर पानी आने के बाद इस रूट पर रोडवेज की सभी बसों का संचालन बंद कर दिया गया, जिस कारण कांट, फर्रुखाबाद जाने वाले यात्रियों को भी खासी दिक्कत हुई। 

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