यूपी में गजब हाल, मरीजों को दी जा रहीं थीं एक्सपायरी दवा- पड़ गया छापा; फिर बचने के लिए दी यह सफाई
लोगों ने बताया कि दो माह से न ही बिजली आ रही और न ही पानी की कोई उचित व्यवस्था है। बंद कमरे का ताला खुलवाकर तो वहा पैकेट में बेबी वार्मर रखा हुआ था जो अभी तक खोला नहीं गया था। महिला वार्ड में पीएससी का कबाड़ भरा हुआ था चिकित्सा सामग्री काटन रूई आदि सामग्री में फफूंद लगी मिली।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : जिले में स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। मरीजों को एक्सपायरी दवाएं वितरित की जा रही हैं। सीडीओ डा. अपराजिता सिंह सिनसिनवार ने विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया तो कलई खुलकर सामने आ गई। महीनों से बिजली व पानी की व्यवस्था तक नहीं मिली। कुछ केंद्रों पर कागजों में प्रसव दर्शाया गया, जबकि वहां पर प्रसव हुआ ही नहीं।
सीडीओ खुदागंज स्थित ग्राम सिउरा में संचालित अतिरिक्त पीएचसी पहुंचीं। यहां फार्मासिस्ट व आयुष चिकित्सक तो मिले, शेष कमरों में ताले लगे मिले। फार्मासिस्ट मरीजों को चार-पांच निष्प्रयोज दवाएं वितरित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दो माह से एमओआइसी नहीं आए हैं।
दो माह से न ही बिजली आ रही और न ही पानी की कोई उचित व्यवस्था है। बंद कमरे का ताला खुलवाकर तो वहा पैकेट में बेबी वार्मर रखा हुआ था, जो अभी तक खोला नहीं गया था। महिला वार्ड में पीएससी का कबाड़ भरा हुआ था, चिकित्सा सामग्री काटन, रूई आदि सामग्री में फफूंद लगी मिली। डिलीवरी से संबंधित कोई भी उपकरण व सामग्री नहीं मिली। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बड़ी-बड़ी झाड़ियां व गंदगी मिली।
रजिस्टर में डिलीवरी, एएनएम ने दाई कराती प्रसव
जैतीपुर के खेड़ारठ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी प्वाइंट के प्रसव कक्ष में प्रसव से संबंधित कोई भी उपकरण नहीं मिले। गंदगी की स्थिति देखकर लग रहा था कि जैसे यहां वर्षों से कोई भी प्रसव नहीं कराया गया। जबकि प्रसव पंजिका में डिलीवरी होना दर्शाया गया था। वैक्सीनेशन रजिस्टर में टीकाकरण होना दर्शाया गया, लेकिन एएनएम ने बताया कि कभी प्रसव नही होता है न ही उन्होंने टीकाकरण किया गया है।
गांव की दाई से ही प्रसव कराए जाते हैं। उसके बाद गढ़िया रंगीन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया जहां पता चला कि डा. अरुण कुमार 14 नवंबर से बिना किसी पूर्व सूचना व अवकाश लिए प्राथमिक केंद्र से अनुपस्थित चल रहे हैं। सीडीओ ने नाराजगी जताते हुए एमओआइसी डा. फैजान को ग्राम सिउरा में संचालित अतिरिक्त पीएचसी में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
ताला तुड़वाकर किया निरीक्षण
पुवायां के जुझारपुर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव केंद्र पर ताला लगा मिला। डा. सिमरन से जानकारी की तो बताया कि गत तीन वर्षों से यहां कोई भी प्रसव नहीं हुआ है। नाहिल के प्रसव केंद्र पर एएनएम अनुपस्थित मिलीं। रजिस्टर मांगने पर बताया कि एएनएम ताला लगाकर गई हैं। गंगसरा उप स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी प्वाइंट में चाभी न मिलने पर ताला तुड़वाकर देखा तो वहां प्रसव संबंधी कोई उपकरण व सामग्री उपलब्ध नहीं मिली।
गंदगी अधिक थी, बेबी वार्मर में जंग लगी थी। 17 नवंबर को रजिस्टर में प्रसव दर्शाया गया था, जबकि वहां मौजूद लोगों ने बताया कि कभी प्रसव नहीं कराया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गंगसरा में भी कभी प्रसव नही होना पाया गया। सीडीओ ने एमओआइसी डा. नरेंद्र कुमार को व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।यह भी पढ़ें : गांवों में 24 घंटे मिलेगी बिजली? उपभोक्ता परिषद ने उठाया मुद्दा; CM Yogi से कहा- अधिकारों का हो रहा है हनन
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