डेबिट कार्ड बदलकर ठगी करने वाला एमएससी पास निकला, एसपी ने फाइल खुलवाई तो परत दर परत खुला मामला
शाहजहांपुर में एक युवक अफजल के डेबिट कार्ड को बदलकर तीन युवकों ने सवा लाख रुपये की खरीदारी कर ली थी। चार माह तक पुलिस आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा पाई। एसपी के निर्देश पर मामले की दोबारा जांच शुरू हुई और मुख्य आरोपी कौशल को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से 25 डेबिट कार्ड बरामद हुए। दो अन्य साथियों की तलाश जारी है।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। जून में बहन के निकाह के लिए रुपये निकालने गए बाडीगांव निवासी अफजल का तीन युवकों ने धोखे से डेबिट कार्ड बदल लिया था। उसके माध्यम से सवा लाख रुपये से अधिक की खरीदारी कर ली, लेकिन पुलिस चार माह तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा सकी।
एसपी राजेश एस ने लंबित मुकदमों की दोबारा से विवेचना शुरू कराई तो इस मामले का भी राजफाश हो गया। मुख्य आरोपी फिरोजाबाद निवासी कौशल को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से 25 कार्ड भी बरामद हुए हैं। दो अन्य साथियों की तलाश जारी है।
यह है पूरा मामला
अफजल की बहन का 14 जून को निकाह होना था। 11 जून को वह पाकड़ चौकी के पास लगे एटीएम से रुपये निकालने गए थे। मशीन में डेबिट कार्ड लगाते ही बिजली चली गई, जिस वजह से ट्रांजैक्शन फेल हो गया। दोबारा कार्ड लगाने के बाद भी रुपये नहीं निकले।
इस बीच वहां मौजूद तीन अन्य युवकों ने उनका पासवर्ड देख लिया। एक युवक ने मदद के नाम पर उनसे कार्ड ले लिया और मशीन में लगाने के बहाने अपने कार्ड से बदल दिया। इसके बाद तीनों मशीन में खराबी बताकर वहां से निकल आए।
कुछ घंटों में अलग-अलग स्थानों पर कार्ड स्वैप कर उससे खरीदारी कर ली। अफजल के खाते से एक लाख 32 हजार रुपये निकल गए। उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करा दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एसपी ने खुलवाई फाइल
एसपी राजेश एस ने लंबित मामलों की फाइल खुलवाई तो अफजल का प्रकरण भी सामने आया, जिसके बाद हुई जांच में पुलिस ने एटीएम व उसके आसपास प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी खंगाले। जिन स्थानों पर कार्ड को स्वैप करके खरीदारी हुई, उसकी जानकारी जुटाई।
आखिरी बार बरेली के एक शापिंग माल से मिक्सर व माइक्रोवेव ओवन खरीदा गया था। टीम ने वहां पहुंचकर पुराने सीसीटीवी फुटेज देखे तो वही युवक कार में सामान रखते दिखाई दे रहे थे।
कार आगरा की, आरोपी मथुरा में मिला
कार का नंबर ट्रेस करने पर वह आगरा का निकला। उसके मालिक से संपर्क किया तो पता चला कि कार को फिरोजाबाद के नारखी ढोंकल क्षेत्र के कस्बा निवासी कौशल नारायण शर्मा किराये पर लेकर गया था। कौशल के बारे में जानकारी जुटाई तो मथुरा के रोशन बिहार कालोनी निवासी फौजी रामकिशन के मकान पर किराये पर रहता मिला। जहां से उसको गिरफ्तार कर लिया।
डेबिट कार्ड बदलकर रुपये निकालने व उससे सामान खरीदने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके लिए पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया गया है। दो अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-संजय कुमार, एएसपी सिटी
अमीर बनने की चाहत में शुरू की धोखाधड़ी
कौशल ने पुलिस को बताया कि वह एमएससी पास है। अमीर बनने की चाहत में उसने गिरोह बनाकर इस तरह से धोखाधड़ी करना शुरू कर दिया था। पुलिस से बचने के लिए वे लोग हर बार किराए पर कार लेकर अलग-अलग जिलों में ऐसे एटीएम में जाते थे, जहां भीड़ अधिक होती थी।
जो लोग कम पढ़े लिखे होते हैं उन्हें बातों में उलझाकर डेबिट कार्ड बदल लेते थे। इसके बाद पेट्रोल पंपों पर जाकर पेट्रोल भरवाने के साथ ही कार्ड स्वैप कराकर उससे महंगे सामान खरीदते है। एटीएम से रुपये इसलिए नहीं निकालते थे, क्योंकि इससे पकड़े जाने का डर था।
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