ओएमआर सिस्टम से डिरेलमेंट रोकेगा रेलवे
धुरा गर्म होने से होने वाली रेल दुर्घटनाओं पर अब विराम लगेगा।
शाहजहांपुर : धुरा गर्म होने से होने वाली रेल दुर्घटनाओं पर अब विराम लगेगा। रेलवे ने हॉट एक्सेल ट्रेन दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए नई तकनीक विकसित की है। ऑनलाइन मानीट¨रग रो¨लग सिस्टम की इस तकनीक से रेल दुर्घटनाओं को रोका जाएगा। प्रथम चरण में भारतीय रेल देश के 16 रेलवे स्टेशन पर ओएमआर सिस्टम लगाएगा। उत्तर रेलवे ने पानीपत तथा शाहजहांपुर जिले के बंथरा रेलवे स्टेशन को चुना है। इसके लिए फ्रांस की कंपनी को टेंडर दिया गया है।
सेंसर से कंट्रोल रूम को मिलेगा पल पल का तापमान
रिसर्च डिजाइंस एंड स्टैंडर्ड आर्गानाइजेशन (आरडीएसओ) के सहयोग से विकसित ओएमआर सिस्टम के तहत रेलगाड़ी के धुरा गर्म होने का तापमान सीधे कंट्रोल रूम के सिस्टम में दर्ज होगा। 70 डिग्री सेल्सियस से अधिक का तापमान होते ही कंट्रोल संबंधित स्टेशन को सूचित करेगा। कैरिज एंड वैगन अनुभाग के इंजीनिरयर तत्काल ट्रेन व मालगाड़ी को रोककर एक्सेल को चेक करके उस कोच को ट्रेन से अलग कर दुर्घटना को रोक देंगे।
शाहजहांपुर सेक्शन में हॉट एक्सेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बंथरा में ऑनलाइन मॉनीट¨रग रो¨लग सिस्टम लगाने का निर्णय लिया है। ओएमआर के लग जाने से धुरा गर्म होने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा। दरअसल घर्षण की गर्मी से धुरा के टूटने पर रेल दुर्घटना हो जाती। ओएमआर से इसे कंट्रोल करना आसान होगा।
आरपी ¨सह, अनुभाग अभियंता कैरिज एंड वैगन
हॉट एक्सेल क्या है :
ट्रेन के पहिए के पास हॉट एक्सेल (धुरा) बॉक्स होता है। ट्रेन के चलने पर धुरा और पहिए के घषर्ण से पहिया गर्म हो जाता है। अधिक तापमान से धुरा बाक्स में लोहा पिघलकर धुआं देने लगता। इससे ट्रेन या मालगाड़ी में दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती। वर्तमान में एक्सेल से धुंआ निकलने की सूचना, गेट मैन व स्टेशन मास्टर कंट्रोल को देखकर बताता है। लेकिन ओएमआर सिस्टम से कंट्रोल को ऑनलाइन पल पल की सूचना मिलती रहेगी।