UP News: स्वजन ने मुआवजा लिए बिना अंत्येष्टि से किया इनकार, बरेली-फर्रुखाबाद राजमार्ग पर 12 लोगों की हो गई थी मौत
फर्रूखाबाद बरेली राज्य राजमार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे में मरने वालों के स्वजन ने मुआवजा मिले बिना शवों की अंत्येष्टि करने से इन्कार कर दिया। एडीएम प्रशासन संजय सभी को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मदनापुर के अनंतराम गुरुवार को अपने चार सीटर आटो से अपनी मां बसंता उर्फ राजरानी समेत 12 लोगों के साथ फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर गंगा स्नान करने जा रहे थे।
मुआवजा लिए बिना दमगढ़ा गांव में अंत्येष्टि करने से इन्कार
- बरेली फर्रुखाबाद राज्य राजमार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे में 12 लोगों की हो गई थी मृत्युजागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। फर्रूखाबाद बरेली राज्य राजमार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे में मरने वालों के स्वजन ने मुआवजा मिले बिना शवों की अंत्येष्टि करने से इन्कार कर दिया। एडीएम प्रशासन संजय पांडेय सभी को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
मदनापुर के दमगढ़ा गांव के अनंतराम गुरुवार को अपने चार सीटर आटो से अपनी मां बसंता उर्फ राजरानी समेत 12 लोगों के साथ फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर गंगा स्नान करने जा रहे थे। अल्हागंज के सुगसुगी गांव के पास सामने से आ रहे कंटेनर ने टक्कर मार दी थी जिससे सभी लोगों की मृत्यु हो गई थी। तीन लोग जलालाबाद के लहसना गांव के रहने वाले थे।शुक्रवार सुबह दमगढ़ा गांव में मनीराम, पुत्तू लाल व उनके भाई लालाराम के शव सबसे पहले अंत्येष्टि के लिए घर से बाहर निकल गए लेकिन गांव के बाहर तीनों के स्वजन ने बिना मुआवजा के अंत्येष्टि करने से इन्कार कर दिया।
गांव में ही मौजूद एडीएम प्रशासन संजय पांडेय ने सभी को बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के स्वजन को कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा पहले ही कर दी है, लेकिन स्वजन तत्काल मुआवजा दिलाने की जिद पर अड़े हैं। जलालाबाद के लहसना गांव में भी तीनों मृतकों के स्वजन पहले मुआवजे की मांग पर अड़े हैं । वहां भी एसडीएम रविंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए हैं।
इसे भी पढ़ें: UP Politics : ज्ञानवापी मामले में शिवपाल यादव का बड़ा बयान, बोले- न्यायालय का फैसला नहीं...
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।