पश्चिमी यूपी में भाजपा का बड़ा दांव, जातीय समीकरण साधने के लिए मोहित बेनीवाल को विधान परिषद का टिकट
Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव के महासमर में सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे रही हैं। प्रत्याशियों के चयन से लेकर जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपने नारे अबकी बार चार सौ पार को साकार करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती।
अभिषेक कौशिक, शामली। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव के महासमर में सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे रही हैं। प्रत्याशियों के चयन से लेकर जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी अपने नारे अबकी बार चार सौ पार को साकार करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस बार वह जीत का डंका बजाना चाहती है, तभी तो पिछले दिनों मुजफ्फरनगर से अनुसूचित जाति के विधायक को मंत्री बनाया गया तो अब जाट वोटों को साधने के लिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल को विधान परिषद का टिकट दिया गया है।
मोहित बेनीवाल को भाजपा ने दिया विधान परिषद का किया टिकट
लोकसभा 2024 को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है। पश्चिम में पकड़ बनाने के लिए अब गुणा-गणित हो रहा है। इसी क्रम में शामली के गांव खेड़ा गदई निवासी भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल को पार्टी ने विधान परिषद का टिकट दिया है।मोहित बेनीवाल पर इससे पहले भी कई तरह की जिम्मेदारी रह चुकी है। सबसे पहले वह साल 2014-15 में युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री रहे। इसके बाद 2017-18 में वह भाजपा में क्षेत्रीय मंत्री रहे। दो साल बाद वह क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाए गए। इसके अलावा भी विधानसभा चुनाव के दौरान उनको कई तरह की जिम्मेदारी पार्टी की ओर से मिलती रही है।
जाट वोटों पर भाजपा की नजर
संगठन के चेहरे को विधान परिषद का टिकट मिलने से जहां संगठन से जुड़े लोगों में ऊर्जा का संचार होगा, वहीं क्षेत्र में जाट चेहरे का असर आने वाले वोट में भी दिखाई देगा।आइटी सेल, रैली और बूथ मैनेजमेंट के माहिर हैं
मोहित बेनीवाल ने नौवीं की पढ़ाई शामली के वीवी इंटर कालेज से की। इसके बाद रुड़की से हाईस्कूल और इंटर किया। दिल्ली से आइआइटी करने के बाद वह अमेरिका चले गए थे। वहां से आने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। वह रैली, आइटी सेल और बूथ मैनेजमेंट के मास्टर माने जाते हैं। उन्होंने 2014 में आइटी वार रूम व चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2017 में बिजनौर में आठ विस के चुनाव प्रभारी रहे।
2019 में लोकसभा चुनाव रैली समनवयक, पश्चिम यूपी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री की रैलियां कराई थी। गंगोह विस के उपचुनाव में संगठन प्रभारी के साथ ही मतदाता पंजीकरण अभियान के प्रदेश संयोजक, पश्चिम के आइटी प्रशिक्षण समन्वयक रहे। वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व उत्तराखंड भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। भाजयुमो में प्रदेश मंत्री भी रहे।
क्षेत्रीय अध्यक्ष पश्चिम यूपी रहते हुए जिला पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा अध्यक्ष भी बनवाए। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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